‘क्या है सच्चाई? केदारनाथ में सोने की चोरी पर शंकराचार्य को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती’
'केदारनाथ सोना गायब मामला: शंकराचार्य को चुनौती, विवादित दिल्ली मंदिर पर भी बढ़ा विवाद';
**केदारनाथ दिल्ली विवाद: अजय ने दिया चुनौती, शंकराचार्य को सबूत पेश करने की**
केदारनाथ मंदिर में हाल ही में हुए सोने की चोरी के मामले में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने दावों पर अजेंद्र अजय की चुनौती को देखते हुए कहा, “मैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का सम्मान करता हूं, लेकिन उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।”
अजय ने ANI को दिए गए बयान में कहा, “शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का दावा कि केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी हुआ है, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उन्हें चुनौती दी है कि वे इस मामले में तथ्य और सबूत पेश करें।”
इसके पहले भी अजय ने कई बार दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर के खिलाफ अपनी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वे मंदिर के प्रति अपनी सच्ची भावनाओं को बयान करते हैं और किसी भी अनियमितता का समर्थन नहीं करते हैं।
अजय का कहना है कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को इस मामले में अपने दावों के समर्थन में सबूत पेश करने की चुनौती स्वीकार करनी चाहिए।
**अजय की सलाह: शंकराचार्य से सबूत पेश करने की चुनौती**
केदारनाथ मंदिर के सोने की चोरी के मामले में अजय ने अपनी बढ़ाई बड़ी बात। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को सिर्फ बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, बल्कि सक्षम प्राधिकारियों से संपर्क करके जांच की मांग करनी चाहिए।
अजय ने ANI को दिए गए इस बयान में कहा, “उन्हें अधिकारियों के पास जाना चाहिए, सबूत पेश करने चाहिए और जांच की मांग करनी चाहिए। अगर उन्हें सक्षम अधिकारी पर भरोसा नहीं है, तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में जाना चाहिए, जनहित याचिका दायर करनी चाहिए और अगर उनके पास वास्तव में सबूत हैं तो जांच की मांग करनी चाहिए।”
अपने बयान में अजय ने कांग्रेस सरकार पर भी साधा निशाना साधा, कहते हुए कि इसे विवाद पैदा करने या धार्मिक स्थल की गरिमा को ठेस पहुंचाने का कोई अधिकार नहीं है।
इस विवाद से समाज में विवाद और विभाजन की आशंका जताते हुए, अजय ने शंकराचार्य से विवाद को सुलझाने की अपील की है। वह मानते हैं कि सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए और केवल सबूतों पर निर्भर करना चाहिए।