इसलिए FATF के चक्रव्यूह में फंस गया पाकिस्तान, अब बर्बादी तय
शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के शहर कैनबरा में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स(FATF) द्वारा एक बैठक हुई। यह बैठक पाकिस्तान के वित्तीय और बीमा सेवाओं के क्षेत्र में पांच साल में हुई प्रगति पर मूल्यांकन करने के लिए रखी है। पाकिस्तान को रिपोर्ट में एमईआर और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स एक्शन प्लान, दोनों मोर्चों पर असरदार अनुपालन दिखाना है। इस रिपोर्ट का आंकलन अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर निकलने के लिए देश की स्थिति को प्रभावित कर सकती है।
बीते बुधवार पाकिस्तान ने एफएटीएफ को अपनी 27-सूत्रीय कार्ययोजना पर अनुपालन रिपोर्ट सौंपी थी जिसमे से 25 कार्यों को करने में पाकिस्तान नाकाम रहा है। इस संबंध में एपीजी ने पाया कि इस्लामाबाद की ओर से कई मोर्चों पर खामियां हैं। पाकिस्तान की ओर से 50 पैमानों पर सुधार के दावों को लेकर कोई समर्थन नहीं मिल रहा। इस 27-सूत्रीय एक्शन प्लान को पूरा करने के लिए पाकिस्तान के पास अक्टूबर तक का समय है। अक्टूबर में FATF के पूर्ण सत्र में पाकिस्तान के मामले की अंतिम समीक्षा की जाएगी।
दो वर्षों से चल रही समीक्षा
पाकिस्तान स्टेट बैंक के गवर्नर बाक़िर रज़ा के प्रतिनिधित्व में बनी रिपोर्ट का आंकलन शुक्रवार सुबह ख़त्म हुआ। एशिया-पैसिफिक समूह(APG) ने आखिरी रिपोर्ट में पाया कि टेरर फंडिंग के खिलाफ सुरक्षा उपायों के लिए 11 मापदंडों में से 10 को पूरा करने में पाकिस्तान विफल साबित हुआ है। वहीं पाकिस्तान अपने कानूनी और वित्तीय प्रणालियों के लिए 40 मानकों में से 32 को पूरा करने में नाकाम रहा है।
एपीजी द्वारा यह पांच-वर्षीय प्रगति समीक्षा लगभग दो वर्षों से चल रही थी। इस प्रक्रिया के तहत देशों को बदलती प्रौद्योगिकियों, प्रथाओं और नवीनतम तकनीकों से सम्बंधित भविष्य के लक्ष्य दिए गए थे। इस समीक्षा के दौरान APG देश के वित्तीय और बीमा सेवाओं और सुविधाओं से संबंधित लगभग 7 क्षेत्रो का आंकलन करती हैं। APG के अनुसार ये क्षेत्र बैंकिंग और गैर-बैंकिंग क्षेत्राधिकार, पूंजी बाजार, कॉर्पोरेट और गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्रों (चार्टर्ड अकाउंटेंसी, वित्तीय सलाहकार सेवाओं, लागत और प्रबंधन लेखा फर्म, ज्वैलर्स) के माध्यम से प्रतिबंधित संगठनों और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक के वित्तपोषण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं।
अक्टूबर तक है समयसीमा
पाकिस्तान द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट का तीन अलग-अलग स्तर पर मूल्यांकन किया जाएगा। इस समीक्षा से ही तय होगा कि पाकिस्तान FATF-APG की ब्लैकलिस्ट में शामिल होगा या नहीं। शुक्रवार को पहला मूल्यांकन किया गया। इसके बाद बैंकॉक में 5 सितंबर से शुरू होने वाले एपीजी द्वारा आपसी मूल्यांकन के एक और दौर का आयोजन किया जाएगा, जो 13-18 अक्टूबर को पेरिस में होने वाली कार्यसमूह की निर्णायक बैठकों में एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान की अंतिम समीक्षा का प्रमुख आधार बनेगा। पेरिस में होने वाली आखिरी समीक्षा में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग द्वारा एक अलग मूल्यांकन भी पेश होगा। इससे पहले पिछले साल एफएटीएफ ने पाकिस्तान को उन देशों की ग्रे सूची में रखा था, जिनके घरेलू कानूनों को मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण की चुनौतियों से निपटने के लिए कमजोर माना जाता है। एपीजी की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिकूल तथ्य पाए जाने के बाद अक्टूबर 2019 से उसे नकारात्मक रडार पर रखा जाएगा।