क्या है फास्टैग, यहां मिलेगा आपको हर सवाल का जवाब
दिल्ली, बीते कई दिनों से आप फास्टैग की खबरें जरूर पढ़ रहे होंगे. आप में से कई इसके बारे में पूरी तरह से रूबरू होंगे, पर कई लोग ऐसे भी होंगे जिनको इसके बारें में ज्यादा जानकारी नहीं होगी.
आइए हम आपको बताते हैं कि फास्टैग क्या है और इससे जुड़े कुछ सवाल जिससे फास्टैग से जुड़े हर सवाल के जवाब आपको मिल जाएंगे और सारी उलझनें भी खत्म हो जाएंगी.
फास्टैग एक तरीके से डिजिटल माध्यम है टोल टैक्स लेने के लिए. कार, ट्रक, बस, समेत सभी चार पहिए वाहनों को यह फास्टैक लगवाना जरूरी होगा.
देश में किसी भी नेशनल हाईवे के टोल पर से गुजरते वक्त इसकी जरूरत पड़ेगी. फास्टैक एक स्टीकर है जिसमें एक बार कोड होगा,
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यह एक तरीके का इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है. जब भी आप टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो फास्टैग रीडर आपके फास्टैग बारकोड पढ़ लेगा और जितना भी आपका टोल चार्ज होगा वह सीधे खाते से कट जाएगा.
वहीं अगर आपकी गाड़ी में फास्टैग नहीं है तो आपको दुगना जुर्माना देना होगा. यदि आपकी गाड़ी का नंबर प्लेट सफेद रंग की है तो प्लाजा से गुजरने के लिए फास्टैक होना जरूरी है.
निजी कार को भी फास्टैग से कोई छूट नहीं दी गई है. जिन वाहनों की नंबर प्लेट पीले रंग की होती हैं वह कमर्शियल गाड़ियां होती है, फिर चाहे वह ट्रक हो या कैब, आप जिस से भी यात्रा कर रहे हो उसमें फास्टैग होना आवश्यक है.
वहीं दोपहिया वाहनों के लिए या खुशखबरी है कि फास्टैग की अनिवार्यता से इन्हें दूर रखा गया है. एनएचएआई के हाईवे पर दोपहिया वाहनों पर टोल नहीं लगता है,
इन वाहनों के लिए फ्री लेन होता है. फास्टैग की कीमत सरकार ने100 रखी है इसके साथ ही इसकी ₹200 सिक्योरिटी भी देनी होती है. फास्टैग को आप बैंक या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं.