कन्हैया कुमार को पार्टी में लेने से क्या सोच रही है कांग्रेस, जानिए
यह नेता कन्हैया को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ जोड़कर देख रहे हैं। वर्ष 2020 के चुनाव से पहले जब प्रशांत ने ‘बात बिहार की’ की शुरुआत की थी, तो उन्होंने कन्हैया कुमार को ‘बिहार का बेटा’ बताया था। उस वक्त यह अटकलें भी लगी थी कि प्रशांत और कन्हैया साथ आ सकते हैं। कन्हैया को कांग्रेस में लाने में भी प्रशांत अहम भूमिका निभा रहे हैं। प्रशांत के खुद भी पार्टी में शामिल होने की संभावना है।
कन्हैया के विरोधी जनाधार वाला नेता नहीं मानते
ऐसे में कन्हैया के शामिल होने को प्रशांत की बिहार में कांग्रेस को मजबूत करने की भविष्य की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, कन्हैया के विरोधियों का तर्क है कि वह जनाधार वाले नेता नहीं है। लोकसभा चुनाव में बेगुसराय में बड़े अंतर से उनकी हार हुई थी। जबकि इस सीट पर करीब 19 फीसदी भूमिहार और 15 प्रतिशत मुसिलम मतदाता हैं। इसके अलावा पार्टी में कन्हैया से बड़े कद के कई भूमिहार नेता हैं। पार्टी गुजरात में हार्दिक पटेल को शामिल कर यह प्रयोग कर चुकी है।
कांग्रेस कन्हैया में एक युवा नेता की छवि देख रही
सबके बावजूद कांग्रेस कन्हैया में एक युवा नेता की छवि देख रही है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे हमला करता है और अपनी बात पूरी बेबाकी के साथ रखता है। नेतृत्व संकट से जूझ रही कांग्रेस कन्हैया के जरिए युवाओं को अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर सकती है। पर यह दांव कितना कारगर साबित होगा, यह वक्त तय करेगा।