Stories

Entertainment News : फिल्मों ने छापे करोड़ों, फिर करियर पर लगा ग्रहण, आजतक हिट को तरस रहा नामी स्टार का भतीजा
Entertainment News : फिल्मों ने छापे करोड़ों, फिर करियर पर लगा ग्रहण, आजतक हिट को तरस रहा नामी स्टार का भतीजा
Entertainment News :बॉलीवुड प्रोड्यूसर बोनी कपूर के बेटे और एक्टर अनिल कपूर के भतीजे अर्जुन कपूर ने ‘इश्कजादे’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था.उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में 12 साल हो गए हैं, इस दौरान उनकी 1-2.
Entertainment News : उन्होंने कहा था, “हां, नासिर साहब एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिनसे मैंने प्यार किया. अगर मैं उन लोगों के बारे में नहीं लिखती जो मेरे जीवन में मायने रखते हैं, तो आत्मकथा लिखना बेकार होता”.आशा Parekh, जो भारतीय फिल्म उद्योग की एक प्रमुख अदाकारा हैं, ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है।
Entertainment News : उन्होंने कहा था, “हां, नासिर साहब एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिनसे मैंने प्यार किया. अगर मैं उन लोगों के बारे में नहीं लिखती जो मेरे जीवन में मायने रखते हैं, तो आत्मकथा लिखना बेकार होता”.आशा Parekh, जो भारतीय फिल्म उद्योग की एक प्रमुख अदाकारा हैं, ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है।
Entertainment News : उनकी इस आत्मकथा में नासिर हुसैन का उल्लेख है, जो एक प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक थे और आशा के जीवन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रहे। आशा ने कहा था कि नासिर उनके लिए खास थे ...............
SFJ संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज को धमकी दी है। यह धमकी तब दी गई जब हाईकोर्ट ने इस संगठन पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाने का फैसला किया।
SFJ संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज को धमकी दी है। यह धमकी तब दी गई जब हाईकोर्ट ने इस संगठन पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाने का फैसला किया।
(SFJ) संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज को धमकी दी है। यह धमकी तब दी गई जब हाईकोर्ट ने इस संगठन पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाने का फैसला किया। सिख फॉर जस्टिस एक खालिस्तानी सं...
Threat : दिल्ली में अब BJP नेता को मिला धमकी भरा नोट
Threat : दिल्ली में अब BJP नेता को मिला धमकी भरा नोट
Threat : इसी बीच पुलिस ने मंगलवार को बताया कि भाजपा नेता और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य को गैंगस्टर गोगी मान से एक धमकी भरा नोट मिला है। द्वारका के बिंदापुर इलाके में पंखा रोड पर जेजे कॉलोनी ....
CJI , सुनवाई का विषय एक महत्वपूर्ण कानूनी विवाद था, जिसमें दोनों पक्षों के वकीलों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए। वकील, जो कि एक प्रतिष्ठित कानून फर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, ने अपने तर्कों में कुछ ऐसे बिंदुओं को उठाया जिनका न्यायालय में गहरा प्रभाव पड़ सकता था। हालांकि, जब उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए ‘या.. या..’ का प्रयोग किया, तो उनकी अभिव्यक्ति अस्पष्ट और अधूरी प्रतीत हुई।  न्यायाधीश ने तुरंत उनकी ओर ध्यान दिया और उनसे पूछा कि क्या वे अपनी बात को और स्पष्ट कर सकते हैं। वकील ने पहले से ही तनाव में आकर अपनी बात को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन यह स्थिति और अधिक विकृत होती गई। न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें स्पष्ट और सटीक तर्कों की आवश्यकता है, न कि अस्थिर या अधूरे विचारों की।  इस बीच, दूसरे पक्ष के वकील ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक वकील का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने तर्कों को स्पष्ट और सुसंगत ढंग से प्रस्तुत करे। इस तरह की शब्दावली सुनवाई की गंभीरता को कम कर देती है और न्यायालय के समय की बर्बादी का कारण बनती है।
CJI , सुनवाई का विषय एक महत्वपूर्ण कानूनी विवाद था, जिसमें दोनों पक्षों के वकीलों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए। वकील, जो कि एक प्रतिष्ठित कानून फर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, ने अपने तर्कों में कुछ ऐसे बिंदुओं को उठाया जिनका न्यायालय में गहरा प्रभाव पड़ सकता था। हालांकि, जब उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए ‘या.. या..’ का प्रयोग किया, तो उनकी अभिव्यक्ति अस्पष्ट और अधूरी प्रतीत हुई। न्यायाधीश ने तुरंत उनकी ओर ध्यान दिया और उनसे पूछा कि क्या वे अपनी बात को और स्पष्ट कर सकते हैं। वकील ने पहले से ही तनाव में आकर अपनी बात को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन यह स्थिति और अधिक विकृत होती गई। न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें स्पष्ट और सटीक तर्कों की आवश्यकता है, न कि अस्थिर या अधूरे विचारों की। इस बीच, दूसरे पक्ष के वकील ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक वकील का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने तर्कों को स्पष्ट और सुसंगत ढंग से प्रस्तुत करे। इस तरह की शब्दावली सुनवाई की गंभीरता को कम कर देती है और न्यायालय के समय की बर्बादी का कारण बनती है।
सोमवार को एक महत्वपूर्ण सुनवाई के दौरान वकील के 'या.. या..' कहने पर नाराजगी का एक दिलचस्प घटनाक्रम सामने आया। यह घटना उस समय हुई जब वकील ने अपने तर्कों को स्पष्ट करने के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया .
Madhubala : बॉलीवुड की ब्लैक एंड व्हाइट ब्यूटी के बारे में 6 रोचक तथ्यःउनकी खूबसूरती और अदाकारी ने उन्हें “दिव्य सौंदर्य” का epithet दिया। फिल्म “मुगल-ए-आज़म” (1960) में उनकी भूमिका, विशेषकर “जब प्यार किया तो डरना क्या” गीत में, आज भी याद की जाती है। मधुबाला ने “चाहत,” “फितूर,” और “किस्मत” जैसी कई अन्य हिट फिल्मों में भी काम किया।हालांकि उनके निजी जीवन में कई कठिनाइयाँ थीं, जैसे कि हृदय की बीमारी, जिसने उनके करियर को प्रभावित किया। 1969 में उनकी असामयिक मृत्यु ने फिल्म उद्योग को गहरा सदमा दिया। आज भी मधुबाला की छवि भारतीय सिनेमा में एक अमर प्रतीक के रूप में जिंदा है, और वे एक प्रेरणा बनकर आगे बढ़ती हैं।
Madhubala : बॉलीवुड की ब्लैक एंड व्हाइट ब्यूटी के बारे में 6 रोचक तथ्यःउनकी खूबसूरती और अदाकारी ने उन्हें “दिव्य सौंदर्य” का epithet दिया। फिल्म “मुगल-ए-आज़म” (1960) में उनकी भूमिका, विशेषकर “जब प्यार किया तो डरना क्या” गीत में, आज भी याद की जाती है। मधुबाला ने “चाहत,” “फितूर,” और “किस्मत” जैसी कई अन्य हिट फिल्मों में भी काम किया।हालांकि उनके निजी जीवन में कई कठिनाइयाँ थीं, जैसे कि हृदय की बीमारी, जिसने उनके करियर को प्रभावित किया। 1969 में उनकी असामयिक मृत्यु ने फिल्म उद्योग को गहरा सदमा दिया। आज भी मधुबाला की छवि भारतीय सिनेमा में एक अमर प्रतीक के रूप में जिंदा है, और वे एक प्रेरणा बनकर आगे बढ़ती हैं।
Madhubala(1933-1969) भारतीय सिनेमा की सबसे प्रसिद्ध और प्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। उनका असली नाम मुमताज़ जहान बेगम था। वे 1950 और 1960 के दशक में हिंदी फिल्मों की सबसे चमकदार सितारों में थी.....
Mahabharat के पात्रों की कहानियाँ केवल युद्ध और विजय की नहीं, बल्कि दुख, अपमान और संवेदनाओं की भी हैं।
Mahabharat के पात्रों की कहानियाँ केवल युद्ध और विजय की नहीं, बल्कि दुख, अपमान और संवेदनाओं की भी हैं।
Mahabharat की सबसे दुखी कहानियां, भारतीय पौराणिक कथाओं का एक महान ग्रंथ है, जिसमें अनेक पात्रों की जीवन कथाएँ हैं। इनमें से कई पात्रों की कहानियाँ दुखद और संवेदनशील हैं।
JEE टॉपर, बिना कोचिंग UPSC में Rank 38, गौरव ने IAS पद से इस्तीफा देकर किया हैरान
JEE टॉपर, बिना कोचिंग UPSC में Rank 38, गौरव ने IAS पद से इस्तीफा देकर किया हैरान
JEE टॉपर, बिना कोचिंग UPSC में Rank 38, गौरव ने IAS पद से इस्तीफा देकर किया हैरान
मंकीपॉक्स के लक्षण ये हैं:
मंकीपॉक्स के लक्षण ये हैं:
मंकीपॉक्स के लक्षण ये हैं: #health #NewsNasha #trending #monkeypox #symptoms
J&K Assembly Polls 2024 Phase 2 Live: कश्मीर घाटी की 15 विधानसभा सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हुई शुरू.
J&K Assembly Polls 2024 Phase 2 Live: कश्मीर घाटी की 15 विधानसभा सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हुई शुरू.
J&K Assembly Polls 2024 Phase 2 Live: कश्मीर घाटी की 15 विधानसभा सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हुई शुरू. #newsnasha #JammuandKashmirElections #trending #entertainmentnews #politics #cong
दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी (Delhi CM Atishi) ने सोमवार को अपना कार्यभार तो संभाल लिया.
दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी (Delhi CM Atishi) ने सोमवार को अपना कार्यभार तो संभाल लिया.
दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी (Delhi CM Atishi) ने सोमवार को अपना कार्यभार तो संभाल लिया. #newsnasha #trending #atishi #arvindkejriwal #AAP
श्री श्री रविशंकर ने मंदिर का प्रबंधन धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंपने की मांग उठाई है.
श्री श्री रविशंकर ने मंदिर का प्रबंधन धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंपने की मांग उठाई है.
श्री श्री रविशंकर ने मंदिर का प्रबंधन धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंपने की मांग उठाई है. #NewsNasha #tirupatiladoo #trending #temple
Back to top button
Entertainment News : फिल्मों ने छापे करोड़ों, फिर करियर पर लगा ग्रहण, आजतक हिट को तरस रहा नामी स्टार का भतीजा Entertainment News : उन्होंने कहा था, “हां, नासिर साहब एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिनसे मैंने प्यार किया. अगर मैं उन लोगों के बारे में नहीं लिखती जो मेरे जीवन में मायने रखते हैं, तो आत्मकथा लिखना बेकार होता”.आशा Parekh, जो भारतीय फिल्म उद्योग की एक प्रमुख अदाकारा हैं, ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है। SFJ संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज को धमकी दी है। यह धमकी तब दी गई जब हाईकोर्ट ने इस संगठन पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाने का फैसला किया। Threat : दिल्ली में अब BJP नेता को मिला धमकी भरा नोट CJI , सुनवाई का विषय एक महत्वपूर्ण कानूनी विवाद था, जिसमें दोनों पक्षों के वकीलों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए। वकील, जो कि एक प्रतिष्ठित कानून फर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, ने अपने तर्कों में कुछ ऐसे बिंदुओं को उठाया जिनका न्यायालय में गहरा प्रभाव पड़ सकता था। हालांकि, जब उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए ‘या.. या..’ का प्रयोग किया, तो उनकी अभिव्यक्ति अस्पष्ट और अधूरी प्रतीत हुई। न्यायाधीश ने तुरंत उनकी ओर ध्यान दिया और उनसे पूछा कि क्या वे अपनी बात को और स्पष्ट कर सकते हैं। वकील ने पहले से ही तनाव में आकर अपनी बात को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन यह स्थिति और अधिक विकृत होती गई। न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें स्पष्ट और सटीक तर्कों की आवश्यकता है, न कि अस्थिर या अधूरे विचारों की। इस बीच, दूसरे पक्ष के वकील ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक वकील का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने तर्कों को स्पष्ट और सुसंगत ढंग से प्रस्तुत करे। इस तरह की शब्दावली सुनवाई की गंभीरता को कम कर देती है और न्यायालय के समय की बर्बादी का कारण बनती है। Madhubala : बॉलीवुड की ब्लैक एंड व्हाइट ब्यूटी के बारे में 6 रोचक तथ्यःउनकी खूबसूरती और अदाकारी ने उन्हें “दिव्य सौंदर्य” का epithet दिया। फिल्म “मुगल-ए-आज़म” (1960) में उनकी भूमिका, विशेषकर “जब प्यार किया तो डरना क्या” गीत में, आज भी याद की जाती है। मधुबाला ने “चाहत,” “फितूर,” और “किस्मत” जैसी कई अन्य हिट फिल्मों में भी काम किया।हालांकि उनके निजी जीवन में कई कठिनाइयाँ थीं, जैसे कि हृदय की बीमारी, जिसने उनके करियर को प्रभावित किया। 1969 में उनकी असामयिक मृत्यु ने फिल्म उद्योग को गहरा सदमा दिया। आज भी मधुबाला की छवि भारतीय सिनेमा में एक अमर प्रतीक के रूप में जिंदा है, और वे एक प्रेरणा बनकर आगे बढ़ती हैं। Mahabharat के पात्रों की कहानियाँ केवल युद्ध और विजय की नहीं, बल्कि दुख, अपमान और संवेदनाओं की भी हैं। JEE टॉपर, बिना कोचिंग UPSC में Rank 38, गौरव ने IAS पद से इस्तीफा देकर किया हैरान मंकीपॉक्स के लक्षण ये हैं: J&K Assembly Polls 2024 Phase 2 Live: कश्मीर घाटी की 15 विधानसभा सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हुई शुरू. दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी (Delhi CM Atishi) ने सोमवार को अपना कार्यभार तो संभाल लिया. श्री श्री रविशंकर ने मंदिर का प्रबंधन धार्मिक नेताओं और भक्तों के हाथों में सौंपने की मांग उठाई है.