यूपी में फिर बदलेगा मौसम: तीन-चार दिन और सताएगी शीतलहर, जानें जिले का हाल
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप अभी तीन-चार दिन और रहेगा। उसके बाद मौसम में बदलाव शुरू होगा। फिलहाल राजधानी लखनऊ सहित राज्य के विभिन्न अंचलों में दिन में धूप नहीं निकलने, कुहासे के साथ ठिठुरन और सर्द हवा के संग शीतलहर का प्रकोप जारी है।
बीते चौबीस घंटों के दौरान बरेली, कानपुर, सुल्तानपुर आदि अंचलों में घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम रही, जिसकी वजह से राहगीरों को खासी दिक्कतें पेश आईं। वाराणसी, मेरठ, झांसी में तो विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। बीते 24 घंटों के दौरान गोखपुर, वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, बरेली मण्डलों में रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। प्रयागराज, झांसी, मेरठ मण्डलों में रात का तापमान सामान्य से कम रहा। प्रदेश में बीती रात प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान मेरठ रहा, जहां पारा 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बुधवार को लखनऊ और आसपास के इलाके में धूप नहीं निकली, कुहासे के साथ ठिठुरन बनी रही। गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, झांसी मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा।
यहां रहेगी शीतलहर
मुजफ्फरनगर, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, झांसी, रायबरेली, अमेठी, हरदोई, प्रयागराज, सुलतानपुर, सोनभद्र और आसपास के इलाकों में शीतलहर का प्रकोप रहेगा।
इन इलाकों में रहेगा कोहरा
शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, जालौन, हमीरपुर, झांसी, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, लखीमपुर खीरी, बहराइच, हरदोई, सीतापुर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, कानपुर देहात, कानपुरनगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी तथा आसपास के इलाकों में कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहेगा।
यहां धूप नहीं निकलेगी
मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, लखीमपुर खीरी, बहराइच, हरदोई, सीतापुर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, जौनपुर, वाराणसी और आसपास के इलाकों में धूप नहीं निकलेगी, कुहासा बना रहेगा।