उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने बदला रंग, बारिश और ओले की संभावना
उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। अब फरवरी माह के शुरुआती दिनों में भी पश्चिमी विक्षोभ आने से मौसम में परिवर्तन नजर आ रहा है। इस साल ठंड फरवरी में भी कहर बरपा रही है। उत्तरी और मध्य हिस्से अब भी सर्दी की चपेट में हैं जबकि हिमालयी क्षेत्रों में रुक-रुककर बर्फबारी का दौर जारी है। गुरुवार को देश के कई इलाकों में बारिश हुई। शुक्रवार को बिजली कड़कने के साथ बारिश और ओले गिर सकते हैं।
पंजाब, हरियाणा में पारा गिरा: पंजाब और हरियाणा में गुरुवार को कई स्थानों पर बारिश हुई। जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के अनुसार दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में बारिश हुई। इसके अलावा मोहाली, लुधियाना, पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर में भी बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश के कुछ उत्तरी क्षेत्रों में ओले गिरने की भी संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न मंडलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। मध्य प्रदेश के नौ जिलों में शुक्रवार को कहीं-कहीं पर गरज के साथ बिजली चमकने और ओले गिरने की संभावना है।
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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गुरुवार सुबह इस साल की पहली बर्फबारी हुई। मौसम विभाग ने मध्यम और ऊंचे पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाते हुए चार फरवरी के लिए राज्य में आंधी और गरज के साथ बारिश की आशंका जताई थी और येलो अलर्ट जारी किया था। मौसम कार्यालय ने खराब मौसम के बारे में लोगों को सतर्क करने के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम चेतावनी में येलो अलर्ट सबसे कम श्रेणी वाले खतरे में आता है और इससे कुछ दिनों के लिए खराब मौसम की आशंका के संकेत मिलते हैं।
कश्मीर घाटी के अधितर हिस्सों में रातभर हुई बर्फबारी के कारण गुरुवार को लगातार दूसरे दिन विमान सेवा बाधित रही। अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण विमान परिचालन बाधित हुआ है और श्रीनगर हवाई अड्डे पर अब तक कोई विमान नहीं उतर सका है। उन्होंने बताया कि हवाई पट्टी पर बर्फ जमने और खराब दृश्यता से कारण परिचालन प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि हवाई पट्टी से अब बर्फ हटा दी गई है लेकिन दृश्यता अब भी खराब होने के कारण विमानों के परिचालन में बाधा आ रही है।