tractor parade : हमारे पास होगा डंडा और झंडा, किसी ने गड़बड़ की तो करेंगे इलाज – राकेश टिकैत
नई दिल्ली : केंद्र के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे गणतंत्र दिवस (Republic Day) के खास मौके पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर परेड की इजाजत दी है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि हमारे पास डंडा और झंडा दोनों रहेगा। अगर किसी ने गड़बड़ की तो किसान उसका इलाज करेंगे।
ट्रैक्टर परेड पर बोले राकेश टिकैत
ट्रैक्टर परेड को लेकर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के पास डंडे में झंडा लगा होगा। उन्होंने आगे कहा कि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस वाले दिन अगर देश में कोई भी किसी भी तरह की गड़बड़ी करता हुआ नजर आया तो हम उसका इलाज करेंगे। इसके साथ ही टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों को जो तीन रूट दिए हैं, हम उसी पर अपनी रैली निकालेंगे।
बता दें कि आंदोलनकारी किसानों की ‘गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड’ में विभिन्न राज्यों की कई झांकियां होंगी जो ग्रामीण जीवन, केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही आंदोलनकारियों के साहस को दर्शाएंगी।
दिल्ली पुलिस ने ट्रेस किए 308 ट्विटर हैंडल
बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के बीच गड़बड़ी करने और राजधानी में दंगे वह आतंकी साजिश को दिल्ली पुलिस ने बेनकाब किया है। पुलिस ने पाकिस्तान से संचालित 308 ट्विटर हैंडल ट्रेस किए हैं, जो पाकिस्तान, तुर्की और अफगानिस्तान के आसपास से संचालित थे।
किसान नेताओं ने की ये अपील
गौरतलब है कि दिल्ली (Delhi) में किसान नेताओं ने गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले लोगों से 24 घंटे के लिए राशन उपलब्ध रखने के साथ ही परेड के दौरान शांति बनाए रखने की रविवार को अपील की। एक किसान नेता ने कहा कि किसी के पास भी कोई हथियार या शराब नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा किसान नेताओं ने बताया कि परेड सिंघु बॉर्डर तिगड़ी और गाजीपुर बॉर्डर से निकलेगी।
भड़काऊ संदेश न दें
इसके अलावा भड़काऊ संदेश वाले बैनर की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि परेड शुरू करने के लिए तीन स्थान तय किए गए हैं जिनमें सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर शामिल हैं। परेड के दौरान किसान नेता अपनी कार में सबसे आगे चलेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि प्रत्येक ट्रैक्टर पर तिरंगा झंडा लगा रहेगा और इस दौरान लोक संगीत एवं देशभक्ति गीत बजेंगे। प्रत्येक ट्रैक्टर पर केवल पांच लोगों के सवार होने की अनुमति रहेगी।
सर्दी का रखें इंतजाम
एक किसान नेता ने कहा कि ठंड को देखते हुए सभी अपनी जैकेट एवं कंबल आदि साथ रखें और सभी को अपनी परेड की शुरुआत के स्थान पर वापस आना है।
पुलिस आयुक्त ने जारी किया परिपत्र
वहींं पुलिस की तरफ से दिल्ली पुलिस के आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने मंगलवार को गणतंत्र दिवस समारोह के बाद प्रदर्शनकारी किसानों की ट्रैक्टर परेड की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में रविवार को एक परिपत्र जारी किया। परिपत्र में कहा गया है कि सभी अधिकारी और कर्मियों के साथ-साथ सीएपीएफ और गणतंत्र दिवस परेड सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किसी भी अन्य बल को अवगत कराया जाना चाहिए और तैयार रहना चाहिए कि आधिकारिक समारोह के तुरंत बाद उनकी कानून एवं व्यवस्था के लिए आवश्यकता होगी।
पुलिस के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था करनी होगी
इसमें कहा गया है कि पुलिस कर्मियों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था की जानी चाहिए और उन्हें उनके संबंधित जोनल/सेक्टर अधिकारियों के तहत ड्यूटी के उनके बिंदुओं पर तैयार रहना चाहिए। परिपत्र में कहा गया है कि अधिकारियों को गणतंत्र दिवस समारोह की व्यवस्था के बाद पर्याप्त आराम सुनिश्चित करना चाहिए और उन्हें मंगलवार को किसान ट्रैक्टर परेड से संबंधित कानून- व्यवस्था के लिए संक्षिप्त सूचना पर चलने के लिए तैयार स्थिति में रहना चाहिए। रविवार को पुलिस ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह की समय अवधि समाप्त होने के बाद किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड शुरू होगी।
दी जाएगी सुरक्षा
पुलिस ने कहा कि ट्रैक्टर परेड दिल्ली के तीन सीमा बिदुओं – सिंघू, टिकरी और गाजीपुर से आयोजित की जाएगी और इसे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। मुख्य तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले वर्ष नवम्बर से दिल्ली के कई सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों ने पहले घोषणा की थी कि कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विरोध के तौर पर वे गणतंत्र दिवस पर एक शांतिपूर्ण ट्रैक्टर परेड करेंगे
आतंकी साजिश रचने की बड़ी योजना
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बताया की रैली की आड़ में पाकिस्तान की आईएसआई और प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन किस तरह से आतंकी साजिश रच रहे थे। इनकी योजना सोशल मीडिया के जरिए उन्माद फैलाने की थी, हालांकि दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया कि परेड के लिए