हम मिट्टी से अन्न उपजाने वाले लोग हैं, लड़ेंगे और जीतेंगे – राकेश टिकैत
पिछले दिनों गुरुवार रात को ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के एक भावुक वीडियो से ना सिर्फ़ पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बल्कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों में भी आंदोलन के लिए एक नई ऊर्जा देखने को मिली है।
सोशल मीडिया पर इन इलाक़ों के सैकड़ों लोग हैं जिन्होंने लिखा है कि ‘उनके यहाँ कल रात खाना नहीं बना’ और वो ‘अपने बेटे की पुकार’ पर ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पहुँच रहे हैं।’
दरअसल, 26 जनवरी के दिन लाल क़िले पर हुई घटना के बाद किसान संगठन जिस नैतिक दबाव का सामना कर रहे थे, उसके असर को ग़ाज़ीपुर की घटना ने कम कर दिया है और किसान नेता राकेश टिकैत के क़द को बढ़ा दिया है।
अब राकेश टिकैत ने किया ट्वीट, “आंदोलन को मिट्टी में दफन करने की कोशिश हुई, किसान ने वहीं से आंदोलन को तेज किया, हम जमीन में 400 फिट नीचे से पानी पैदा करते हैं’, हमने बोरिंग कर आंदोलन वहीं से उठा दिया।