रट्टा मारने की जगह पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेकर पढ़ने से जल्दी होता है याद
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बच्चे अक्सर अपना सिलेबस खत्म करने के लिए रट्टा मारकर सीखने की आदत डाल लेते हैं। रट्टा मारना एक बेअसर तरीका है क्योंकि इससे बच्चों को अवधारणाओं को समझने का सबक नहीं मिलता। वहीं एक नए अध्ययन से पता चलता है कि पढ़ाई के दौरान ब्रेक लेने से हमें किसी विषय को अधिक आसानी से याद रखने में मदद मिलती है।
जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट का नया शोध परीक्षा के लिए रट्टा मारने की बजाय पढ़ाई के दौरान अधिक ब्रेक लेने के लाभों को साबित करने वाला है। जर्मन वैज्ञानिकों ने इसके लाभों को साबित करने के लिए चूहों के मस्तिष्क का अवलोकन किया। यह अध्ययन करंट बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुआ है। विशेषज्ञ बताते हैं कि पढ़ने के लंबे घंटों के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेते रहने से अच्छी सफलता मिलती है।
चूहों के दिमाग का अवलोकन किया:
जर्मन शोध संगठन के वैज्ञानिकों ने चूहों के दिमाग का अवलोकन किया और पाया कि सीखने के बीच ब्रेक की अधिकतम अवधि 30 से 60 मिनट के बीच थी। चूहों को एक भूलभुलैया में चॉकलेट के टुकड़े खोजने का काम सौंपा गया था।
शोधकर्ताओं ने चूहों के दिमाग का विश्लेषण किया क्योंकि उन्होंने चॉकलेट को खोजने के लिए एक ही भूलभुलैया को तीन बार नेविगेट करने की कोशिश की, जिसे एक ही स्थान पर रखा गया था। इस दौरान हर प्रयास के बीच प्रत्येक ब्रेक की अवधि भिन्न थी।
पाया गया कि अल्पावधि ब्रेक चूहों की याद रखने की क्षमता में बाधा डालते थे कि चॉकलेट कहां थी। इसके अगले दिन वैज्ञानिकों ने ज्यादा देर का ब्रेक देने पर चूहों की याददाश्त उतनी ही बेहतर होगी।