सावरकर पर जंग जारी:अंडमान में अमित शाह के बयान का छत्तीसगढ़ से पलटवार,
मंत्री सिंहदेव बोले- सुभाषचंद्र बोस की गरिमा पर दाग न लगाएं
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छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अमित शाह के सावरकर पर दिए बयान पर पलटवार किया है।
स्वतंत्रता संग्राम और उसके बाद विनायक दामोदर सावरकर की भूमिका को लेकर BJP-RSS और कांग्रेस के बीच वैचारिक जंग तीखी होती जा रही है। शनिवार को अंडमान-निकोबार की एक सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, सुभाषचंद्र बोस के साथ नाइंसाफी हुई है। हम सावरकर और बोस के योगदान को भूल नहीं सकते। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अब इस पर पलटवार किया है।
टीएस सिंहदेव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, “नेताजी सुभाषचंद्र बोस के साथ नाइंसाफी तो उनकी तुलना सावरकर के साथ करना है। नेताजी अदम्य साहसी/सावरकर माफिनामों के लेखक। नेताजी ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए/सावरकर ने उनकी मुखबरी की। नेताजी ने आज़ाद हिंद फौज बनाई/सावरकर ने अपनी पेंशन बनाई।’ सिंहदेव ने लिखा, “कृपया नेताजी की गरिमा पर दाग न लगाएं।’
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सावरकर की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे। भूपेश बघेल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान को गलत बताया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सावरकर ने महात्मा गांधी की सलाह पर अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
शाह ने सुभाष और सावरकर पर क्या कहा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है, वर्षों तक कई नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश की गई, लेकिन अब उन्हें इतिहास में उचित स्थान देने का समय आ गया है। जब हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन को देखते हैं तो हमें लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। वह जिस स्थान के हकदार थे, वह इतिहास में उन्हें नहीं दिया गया। आज कुछ लोग सावरकर को लेकर सवाल कर रहे हैं। दुख तब होता है जब जीवन में दो बार सजा पाने वाले व्यक्ति से उसकी देशभक्ति के लिए सवाल किया जा रहा हो।