गुजरात सरकार में बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने चुनाव से एक साल पहले अचानक इस्तीफा दिया; नए CM की रेस में मनसुख मंडाविया सबसे आगे
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने चुनाव से एक साल पहले अचानक इस्तीफा दे दिया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में समय के साथ दायित्व बदलते रहते हैं। भाजपा में यह स्वभाविक प्रक्रिया है। मुझे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली, जो मैंने पूरी की है। अब नई लीडरशिप में गुजरात का विकास जारी रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विजय रूपाणी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब जो भी नई जिम्मेदारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा।
माना जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव है। मुख्यमंत्री बदलने से जनता की नाराजगी को कम किया जा सकेगा और उसे कुछ उम्मीदें जागेंगी। इससे अगला चुनाव जीतने में मदद मिलेगी।
भाजपा ने गांधीनगर में कल विधायक दल की बैठक बुलाई है, इसमें नया मुख्यमंत्री चुना जा सकता है। नए CM की रेस में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम शामिल हैं। इनमें मंडाविया सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
रुपाणी ने कहा- 2022 का चुनाव मोदी जी अगुवाई में लडेंगे
रुपाणी ने कहा कि जेपी नड्डा जी का भी मार्गदर्शन मेरे लिए अभूतपूर्व रहा है। अब मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसका निर्वहन करूंगा। हम पद नहीं जिम्मेदारी कहते हैं। मुझे जो जिम्मेदारी मिली थी वह मैंने पूरी की है। हम प्रदेश के चुनाव नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में लड़ते हैं और 2022 का चुनाव भी उन्हीं की अगुवाई में लड़ा जाएगा।
बता दें रुपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भाजपा ने गुजरात में 2017 के चुनाव में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। फिर रुपाणी विधायक दल का नेता और नितिन पटेल उपनेता चुने गए थे। रुपाणी फिलहाल राजकोट (पश्चिम) सीट से विधायक हैं।
राजभवन में राज्यपाल आचार्य देवव्रत को इस्तीफा सौंपते हुए विजय रुपाणी।
बीते कुछ दिनों से चल रही थीं नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें
बीते कुछ दिनों से गुजरात सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लग रही थीं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार रात करीब 8 बजे अचानक अहमदाबाद पहुंचे थे। उनके गुजरात आने का कोई तय शेड्यूल नहीं था। एयरपोर्ट पर अमित शाह का स्वागत करने राज्य गृहमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, मेयर किरीट परमार और स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन हितेश बारोट पहुंचे थे।
हालांकि गुरुवात रात को अमित शाह अपनी बहन के घर पहुंचे थे तो लगा कि पारिवारिक काम से आए होंगे, लेकिन अब लग रहा है कि शायद सत्ता में बदलाव के सिलसिले में ही वे गुजरात पहुंचे होंगे।
विजय रुपाणी (बाएं से दूसरे) इस्तीफा देने राजभवन पहुंचे तो उनके साथ गुजरात भाजपा के नेताओं के साथ पार्टी के केंद्रीय नेता भी मौजूद थे।
3 घंटे पहले मोदी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे रुपाणी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अहमदाबाद में सरदारधाम भवन का उद्घाटन किया था। करीब एक घंटे चले इस कार्यक्रम में विजय रुपाणी भी शामिल हुए थे, लेकिन दोपहर बाद करीब 3 बजे रुपाणी ने अचानक इस्तीफे का ऐलान कर सबको चौंका दिया।
रुपाणी ने सुबह 10.57 बजे ट्वीट कर दी थी मोदी के कार्यक्रम की जानकारी।
3 महीने में भाजपा शासित राज्यों में 4 मुख्यमंत्री बदले
विजय रुपाणी भाजपा शासित राज्यों में इस्तीफा देने वाले 3 महीने में चौथे मुख्यमंत्री बन गए है। जुलाई में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बदला गया था। फिर जुलाई में ही उत्तराखंड में दो बार मुख्यमंत्री बदले गए। पहले त्रिवेंद्र रावत की जगह तीरथ सिंह को और फिर उनकी जगह पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंप दी गई।
हार्दिक पटेल बोले- जनता को गुमराह कर रही भाजपा
रूपाणी के इस्तीफे पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा है कि भाजपा जनता को गुमराह कर रही है। कोरोना में अव्यवस्था और नाकामी की वजह से लोगों में नाराजगी थी। ऐसे में भाजपा CM बदलकर लोगों को गुमराह कर रही है। उसने उत्तराखंड में भी यही किया है।