ट्रैक्टर परेड रूट उल्लंघन के आरोप में संयुक्त किसान मोर्चा के दो नेता सस्पेंड
गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड (Tractor Rally) की आड़ में हुई हिंसा मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने दो नेताओं को सस्पेंड कर दिया है। उन पर ट्रैक्टर परेड के रूट का उल्लंघन कनरे का आरोप लगाया गया है। ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों द्वारा तय रूट के उल्लंघन के आरोप में आजाद किसान समिति (दोआब) के अध्यक्ष हरपाल संघ और भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के सुरजीत सिंह फूल को सस्पेंड किया गया है।
बता दें कि 26 जनवरी के दिन निकली ट्रैक्टर रैली के दौरान कई प्रदर्शनकारी पहले आईटीओ पहुंचे और वहां पर पुलिस के साथ हिंसक झड़प की। इसके बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किला पहुंचे वहां निशान साहेब का झंडा फहराया। पुलिस वालों पर लाठी, डंडों, भाले, तलवार से हमला किया। लाल किले के भीतर घुस तोड़-फोड़ की।
किसानों ने तय रूठ का पालन नहीं किया- दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस का दावा है कि किसानों ने तय रूठ का पालन नहीं किया और परेड से पहले रखी गई 37 शर्तों में से एक भी नहीं मानी। वहीं कई किसानों का कहना था कि पुलिस ने तय रूट को बैरिकेड से बंद किया हुआ था, और दूसरे रूट खोले हुए थे। रैली के दौरान हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मी घायल हुए।
पुलिसवालों के साथ हुई बबर्ता की तस्वीरें और वीडियों खूब वायरल हुई और अब इन्हीं वीडियो के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई भी कर रही है। वहीं इस मामले में अब किसान संगठन भी सख्ती दिखा रहे हैं। इसी क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा ने तय रूट का पालन न करने के आरोप में दो किसान नेताओं को सस्पेंड कर दिया है।
हिंसा में शामिल 24 आरोपियों की तस्वीर जारी
गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी चांज तेज कर दी है। ऐसे में पुलिस ने 26 जनवरी को बुराड़ी इलाके में हुए उपद्रव में शामिल 24 आरोपियों की तस्वीर जारी कर दी हैं। ट्रैक्टर रैली के दौरान ट्रैक्टर पर सवार लोग निर्धारित रूट की बजाय सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक पर उपद्रव काटते हुए बाहरी रिंग रोड पर होते हुए बुराडी फ्लाईओवर पर पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर तोड़ फोड़ की और बड़ी तादात में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। ऐसे में अब दिल्ली पुलिस ने ऐसे 24 लोगों को चिन्हिंत कर लिया है।
बता दें कि शनिवार को देशव्यापी चक्का जाम के समापन के बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को 2 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा तबतक सरकार कृषि कानून को वापस करें। साथ ही MSP पर कानून बनाएं।