धूमधाम से मना नोएडा लिटरेचर फेस्टिवल, पर्यावरण रहा केंद्र में
नॉएडा : विभोर फेस्टिवल ट्रस्ट द्वारा आयोजित नॉएडा इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल का तीसरा संस्करण 14 नवंबर सम्पूर्ण हुआ | नॉएडा सेक्टर 14 स्थित रैडिसन ब्लू नॉएडा में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुवात फेस्टिवल डायरेक्टर स्वाति शर्मा के मुख्य सम्बोधन से हुआ जिसमें उन्होंने सभी का आभार जताया उसके बाद भरतनाट्यम सस्वर नाट्यकल्प डांस स्टूडियो की प्रस्तुति मुख्य रही |
प्रथम दिवस में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सार्वजनिक शिक्षा के अधिकार पर चर्चा करते हुए कहा चरित्र निर्माण शिक्षा का अहम् कार्य है और देश के नागरिक चारित्रिक हो यह भी शिक्षा का ही काम है |
इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध कत्थक डांस, पर्यावरणवादी, कवित्री व समाजसेविका आरुषि निशंक ने सत्र एनवीरोंमेट हेल्थ: नीड फॉर ग्लोबल स्ट्रैटेजी में नदी व पेड़ों के महत्व पर चर्चा की | उनके साथ सत्र में अजय सूरी और एम्मानुएल सहिंता भी मौजूद थे |
सत्र का सञ्चालन शिप्रा माथुर ने किया | अपने सम्बोधन की शुरुआत आरुषि ने कहा कि “मैं उस देश की वासी हूँ जिस देश में गंगा रहती है | उन्होंने गौरा देवी जैसे समाज सेविकों को याद करते हुए कहा की हम सबको एक पेड़ गोद लेना चाहिए | ताकि हमारा पर्यावरण बचा रहे | नदी की अहमियत बताते हुए उन्होंने कहा नदियाँ सदैव ही जीवन दायिनी रही है । नदियाँ , प्रकृति का एक अभिन्न अंग है। नदियाँ , अपने साथ बारिस का जल एकत्र कर, उसे भू-भाग मे पहुंचाने का कार्य करती है। गंगा, सिन्धु, अमेज़न, नील, थेम्स, यंगतिशि आदि विश्व की प्रमुख नदियां है।