वेंडर पॉलिसी के नाम पर मज़ाक़:
पूर्व सैनिकों के सेक्टर 27, 28 व 37 सेक्टरों की ग्रीन बेल्ट पर वेंडर ज़ोन बनाया नोयडा प्राधिकरण ने
कर्नल आई.पी सिंह सेवानिवृत चैयरमैन, अरुण विहार रेजिडेंटस बेलफेयर एसोसिएशन ने अपना सारा जीवन देश सेवा में लगाया और उनके जैसे सैकड़ों जवानों ने जीवन भर देश की सेवा में तन मन लुटा देने वाले सैनिकों के जीवन को कठिन और असुविधाजनक बनाने और खतरे में डालने वाला बनाने में नोएडा अथोरिटी कोई कसर बाकी नहीं रख रही है । सेक्टर 29 की ब्रह्मापुत्र मार्किट के चारों तरफ और दुकानों के बरामदे में लगी अवैध रेहड़ी पटड़ी और खोमचे पहले ही कई वर्ष से स्थायी दुकानदारों और सेक्टर 28 , 29 और 37 के निवासियों के लिए मुसीबत बने हुए हैं । इनसे प्राधिकरण व पुलिसकर्मी वसूली करते ही रहते हैं। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को नोएड़ा अथोरिटी देश के सेवानिवृत औऱ देश की रक्षा में तैनात सैनिकों को “ तोहफा “ देने जा रही है । अपनी नयी रेहड़ी पटरी नीति के तहत सेक्टर 37 के चर्च चौराहे से लेकर अंबेडकरनगर मार्किट तक दोनों तरफ रेहड़ी पटरी जोन बना रही है।सेक्टर 37 के निवासियों की सुविधा सुरक्षा और कोविड के समय सेहत को पैदा होने वाले खतरों को नज़र अंदाज़ करके बनायी गयी इस नीति से स्थानीय लोगों में खासी नाराज़गी है । दिन रात हर प्रकार के लोग यहां आयेंगें जायेंगें । वार्ड के दरवाजों के सामने लगी दुकानों के कारण घर तक पहुंचने में मुश्किलें होंगी । कोविड़ के समय में बीमारी फैलने का खतरा रहेगा स्थानीय निवासियों के घरों की सुरक्षा के लिए भी ये एक बड़ा खतरा बन जाएगा । सबसे बड़ी बात ये है कि ये इलाका ग्रीन जोन है । सारे पर्यावरण नियम ताक पर रख कर अपनी मनमानी से नोएडा अथोरिटी इनको यहां जगह दे रही है । रेहड़ी पटड़ी मार्किट का बोर्ड भी लगा दिया गया है ।
अऱुण विहार रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक हुई जिसमें नोएडा एथोरिटी के ओसडी इंदुप्रकाश मौजूद थे । उन्होनें इस मामले को देखने का वायदा किया मगर बदला कुछ नहीं । जबकि नोएडा के भाजपा सांसद डॉ महेश शर्मा और विधायक पंकज सिंह से अऱूण विहार के निवासियों ने बात की तो उहोनें स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का ध्यान रखने का भरोसा दिलाया । मालूम हो कि पंकज सिंह देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र हैं ।
ज्ञात हो कि जब उत्तर प्रदेश सरकार दिल्ली के नज़दीक अपना एक सुंदर और आधुनिक शहर बनाना चाहती थी । नोएडा की आपराधिक छवि के कारण लोग यहां आना ही नहीं चाहते थे । इसलिए सबसे पहले आर्मी वेलफेयर हॉऊंसिंग ओरगेनाईजेशन को सस्ती दरों पर ज़मीन दी गयी । जब तीनों रक्षा सेवाओं के जांबांज अफसरों ने यहां घऱ खरीदे और पूरी मेहनत करके इस बियाबान स्थान को रहने योग्य बनाया। नोएडा का आज जो विकसित स्वरूप आप देख रहे हैं उसमें नींव का पबला पत्थर भारतीय जन थल नभ सेना ने रखा था । देश पर मिट जाने वाले वीर शहीदों के वृद्ध मातापिता भी इन्ही सेक्टरों में रहते हैं । कैप्टन विजय थापर , शशि कांत शर्मा जैसे वीर शहीदों के घर यहीं पर हैं । आज नोएडा अथोरिटी उनका योगदान भुला कर उनके जीवन को कष्टमय बना रही है । हमारी मीडिया से अपील है कि नोएडा एथोरिटी के नियमों के खिलाफ हमारा साथ दें औऱ हमारे जीवन को सुरक्षित बनाएं ।