बिहार में कोरोना की स्थिति भयावह, लालू प्रसाद यादव के समधी ने दी कोरोना को मात
बिहार में कोरोनावायरस के मामले अब तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शुरुआत में लगातार बिहार सरकार कह रही थी कि बिहार में कोरोनावायरस के मामले कम है यहां तक कि देश के प्रधानमंत्री ने भी बिहार में कोरोनावायरस की स्थिति की तारीफ की थी। लेकिन अब इस राज्य में कोरोनावायरस के मामले हर दिन तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और यह घातक वायरस लोगों में फैलता जा रहा है। रविवार के दिन कोरोनावायरस 3934 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
साथ ही कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 80 हजार के करीब जा पहुंची है। वही आपको बता दें कि 14 जिलों में कोरोना के 100 से अधिक मरीज पाए जा चुके हैं। वही पटना एम्स में रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के समधी और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय ने कोरोनावायरस को हराया। जिसके बाद गया अपने घर भी जा चुके हैं। बता दें कि चंद्रिका राय 30 जुलाई काे अस्पताल में भर्ती हुए थे।
वही एम्स से 3 डॉक्टरों सहित 27 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं। जिन तीन डॉक्टरों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है उनमें दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 2 डॉक्टर भी शामिल है। इनमें एक डाॅ. हरेंद्र कुमार और दूसरे डाॅ. निर्मल कुमार चाैधरी हैं, तीसरी डॉक्टर पटना के कंकड़बाग की डाॅक्टर प्रज्ञा मिश्रा हैं
पिछले 24 घंटे में पटना एम्स में 11 कोरोनावायरस संक्रमित हो की मौत भी हो गई है। जिसमें से 9 पटना के संक्रमित बताए जा रहे हैं। मरने वालाें में दलसिंहसराय के 65 साल के डाॅ. पी महतो के अलावा फुलवारीशरीफ की 65 साल की रशीदा खातुन, रामकृष्णानगर की 45 साल की विमला देवी, पूर्वी पटेलनगर के 80 साल के शशिनाथ लाल, पुलिस कॉलोनी अनीसाबाद के 72 साल के जगदीश झा, दानापुर कैंट के 74 साल के सुजीत सेन गुप्ता, राजीवनगर के 60 वर्षीय नंदकिशोर सिंह, शिवाजी पार्क कंकड़बाग की 67 साल की कमला कुमारी, खुसरूपुर की 50 साल की मंजू देवी, महावीर चौक के 65 साल के लालबाबु कश्यप और रामपुर सारण के 67 साल अलखदेव मांझी हैं।