वाराणसी के बाहुबली बृजेश सिंह ने वापस लिया पर्चा, ये है बड़ी खास वजह
वाराणसी के बाहुबली बृजेश सिंह ने एमएलसी चुनाव से नाम लिया वापस, जानें क्यों
वाराणसी: यूपी के विधान परिषद में निकाय क्षेत्र की 36 सीटों के लिए हो रहे चुनाव ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. एमएलसी चुनाव के लिए नाम वापसी वाले दिन यानी गुरुवार को वाराणसी में बड़ा उलटफेर देखने को मिला. निवर्तमान एमएलसी बृजेश सिंह उर्फ अरुण सिंह ने अपना पर्चा वापस ले लिया. हालांकि उनकी पत्नी व पूर्व एमएलसी अन्नपूर्णा सिंह मैदान में जमी हुई है.
बृजेश कुमार सिंह को भाजपा ने दिया समर्थन
जानकारी के मुताबिक वाराणसी के सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली एमएलसी बृजेश सिंह उर्फ अरुण लगातार ने दूसरी बार निर्दल उम्मीदवार के तौर पर्चा भरा था. साल 2016 में हुए विधान परिषद चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार बृजेश कुमार सिंह को भाजपा ने समर्थन दिया था. उन्होंने सपा की निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीना कुमारी को लगभग 1900 मतों से पराजित किया था. बृजेश को कुल 3038 वोट मिले थे. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की मीना सिंह को 1084 वोट मिले थे. दरअसल स्थानीय निकाय क्षेत्र के चुनाव में सत्तारूढ़ दल का दबदबा रहता है. ऐसे में भाजपा ज्यादा-ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाकर ऊपरी सदन में भी बहुमत हासिल करना चाहती है.
बीजेपी ने छोड़ी सीट
खबर है कि बीजेपी ने अपने विधायक सुशील सिंह के चाचा बृजेश सिंह के लिए इस बार भी मैदान खाली छोड़ दिया है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस बार बीजेपी ने डॉ. सुदामा सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है. वहीं सपा ने उमेश कुमार को मैदान में उतारा है. बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने निर्दल उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. बृजेश सिंह के नाम वापस लेने के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर लगातार जारी है. वाराणसी एमएलसी सीट पर 24 सालों से बृजेश सिंह के परिवार का कब्जा रहा है. बाहुबली बृजेश सिंह के परिवार में एमएलसी, एमएलए के अलावा जिला पंचायत अध्यक्षों व ब्लॉक प्रमुख की भरमार है.