वाराणसी : 14 महीने की बच्ची को न्याय दिलाने मिनी पीएमओ पहुँचे परिवार के सदस्य
बीते 19 दिसम्बर को वाराणसी के बेनियाबाग इलाके में हुए CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन के बाद जिला जेल में बंद 14 महीने की चंपक की माँ एकता तिवारी और पिता रविशेखर की रिहाई के लिए उनकी बेटी अपनी दादी बड़ी मम्मी और बुआ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय यानी बनारस के मिनी पीएमओ पहुँची। मोदी के जनसंपर्क कार्यालय पहुँच कर बेटी सहित पूरे परिवार ने कार्यालय के प्रभारी से रवि शेखर और एकता शेखर के जेल से रिहाई होने का प्रार्थना पत्र दिया।
जिसके बाद दादी शीला तिवारी ने बताया कि एक बेटी अपने प्राकृतिक दूध से वंचित हो गयी है। जिसके कारण उनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है और वो इस ठंड में बीमार रह रही है। इस कारण उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि जब 19 दिसम्बर को शांतिपूर्ण प्रदर्शन में गिरफ्तारी हुई और उस दिन कोई हिंसा भी नही हुई तो उन्हें इस बच्ची के खातिर रिहा किया जाए। जो उन्हें मोदी जी से उम्मीद है कि वो सुनेंगे।
बनारस के महमूरगंज इलाके के शिवजी नगर कालोनी में पर्यावरण कर काम करने दम्पति रवि शेखर और एकता शेखर को वाराणसी पुलिस ने 19 दिसम्बर को नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में बेनियाबाग पर प्रदर्शन करने वक्त चेतगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस पर परिजनों का आरोप हैं कि पुलिस उनके बच्चों को जिन धाराओं में जेल भेज चुकी है वैसा अपराध दोनों दम्पति ने किया ही नही। वो शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध कर रहे थे। जिसके बाद उनकी जमानत भी नही हुई। फिलहाल इस पूरे प्रकरण में दम्पति की 14 साल की बच्ची सफर कर रही है। जो रह रह कर अपने माता पिता की याद में रोने लगती है तो वही बिना मां के दूध के उसे अभी अपनी राते बितानी पड़ रही है।