वाराणसी : बीएचयू में शुरू हो सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में साइबर सुरक्षा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू हो सकता है। विभिन्न क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा के महत्व को देखते हुए पाठ्यक्रम आरम्भ करने की संभावनाओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन मंथन में जुटा है।
कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने इस पाठ्यक्रम को शुरू करने के व्यवहारिक पहलुओं व अन्य पक्षों जैसे पाठ्यक्रम की रूपरेखा व पाठ्यक्रम तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में शोध के विषय पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन भी किया है।
बुधवार को समिति की पहली बैठक भी हुई। बैठक में कार्यकारिणी परिषद् के सदस्य प्रो. आनंद मोहन ने इस पर चर्चा कर सुझाव भी मांगा। बैठक में शामिल प्रो. के. सुबैय्या, प्रो. ए. के. अग्रवाल, प्रो. वेंकटेश्वर तिवारी, प्रो. एस. के. सिंह व डॉ. अनिल कुमार पांडेय ने भी विचार रखा।
बैठक में बताया गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में प्रस्तावित पी.जी. कोर्स देश को प्रशिक्षित पेशेवर उपलब्ध कराएगा। इस क्षेत्र की ज़रूरतों के अनुरूप प्रतिभागियों को भी तैयार करेगा, जो न सिर्फ समाज बल्कि देश के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगे। प्रस्तावित पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी आधारित कोर्स होगा। यह अपनी तरह का पहला कोर्स होगा। नई शिक्षा नीति 2020 में प्रॉद्योगिकी आधारित पठन-पाठन और कौशल विकास को शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग बनाने पर भी ज़ोर दिया गया है। इस नजरिये से भी ये पाठ्यक्रम अहम है।