वैक्सीनशन का तमाशा और मोदी का जन्मदिन
मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड बनाने के लिए क्या बीजेपी शासित राज्यों ने 17 सितंबर से पहले कम किया था वैक्सीनेशन? जहां बीजेपी नहीं, वहां क्या हुआ?
17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन था। इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए भाजपा शासित राज्यों ने वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया। इसका नतीजा ये रहा कि शुक्रवार को 2.1 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई, लेकिन रिकॉर्ड को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं। सवाल उठाने वालों का कहना है कि रिकॉर्ड बनाने के लिए भाजपा शासित राज्यों ने 17 सितंबर से पहले के सात दिन के दौरान वैक्सीनेशन की रफ्तार घटा दी थी।
क्या सभी भाजपा शासित राज्यों में ऐसा ही ट्रेंड रहा? किन राज्यों ने हर दिन लगने वाले औसत वैक्सीन डोज में गिरावट किए बिना रिकॉर्ड वैक्सीनेशन किया? जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं वहां कैसा रहा 17 सितंबर का वैक्सीनेशन? क्या किसी गैर भाजपा शासित राज्य में भी 17 सितंबर को वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बना? आइए जानते है…
क्या सभी भाजपा शासित राज्यों में ऐसा ही ट्रेंड रहा?
ज्यादातर भाजपा शासित राज्यों में आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ, लेकिन कुछ भाजपा शासित राज्य ऐसे भी थे, जहां आम दिनों की तुलना में 17 सितंबर को कम वैक्सीनेशन हुआ। इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय और सिक्किम शामिल हैं।
जिन भाजपा शासित राज्यों में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन हुआ, क्या वहां पिछले दिनों कम वैक्सीनेशन किया गया?
बिहार और कर्नाटक में तीस लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात में 24 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं, असम में 7 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी। इन छह भाजपा शासित राज्यों में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ। इनमें बिहार में एक दिन पहले महज 86 हजार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। जो 3 सितंबर के बाद सबसे कम थी, जबकि 10 से 16 सितंबर के हफ्ते में औसतन हर रोज 4.6 लाख से ज्यादा वैक्सीनेशन हो रहा था।
कर्नाटक में जहां 17 सितंबर को 30 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हुआ, वहीं एक दिन पहले सिर्फ 81 हजार से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था। इससे पहले 13 सितंबर को 3 लाख से ज्यादा डोज दिए गए थे। उसके बाद राज्य में लगातार वैक्सीनेशन घट रहा था। इन दो राज्यों को छोड़कर बाकी चार राज्यों में 16 सितंबर को औसत के आसपास ही वैक्सीनेशन हुआ।
क्या गैर भाजपा शासित राज्यों में भी वैक्सीनेशन ज्यादा हुआ?
छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, पंजाब, झारखंड, केरल और ओडिशा में 17 सितंबर को 16 सितंबर के मुकाबले कम वैक्सीनेशन हुआ। वहीं राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली में 16 सितंबर के मुकाबले ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ। यहां तक कि राजस्थान, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में 10 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई। जो 16 सितंबर के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा था।
देश में अब तक वैक्सीनेशन ड्राइव कैसी रही है?
देश में अब तक 80 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। देश में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 9.4 करोड़ से ज्यादा डोज दिए जा चुके हैं। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां 7.3 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए गए। मध्यप्रदेश में भी 5.7 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगे हैं। गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भी 5 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं।