यूपी में किसानों की मौत के बाद उत्तराखंड में किसान आक्रोशित,बॉर्डर पर जाम-सोमवार बाजार बंद
यूपी के लखीमपुर के तिकुनिया में किसानों के साथ हुए हादसे की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड में भी किसानों में आक्रोश फैल गया। किसानों ने बाजपुर, काशीपुर, रुद्रपुर, किच्छा आदि शहरों में जाम लगाकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने केंद्र एवं यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इस दौरान उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए शहर में कैंडल मार्च निकाला किसानों ने डीडी चौक पर योगी सरकार का पुतला फूंका। बाजपुर तथा गदरपुर क्षेत्र के तराई किसान संघ के आव्हान पर सोमवार को बाजार बंद कराए जाएगा।
वहीं दूसरी ओर, बाजपुर में गदरपुर हाईवे किनारे गुरुद्वारे के सामने किसान एकत्र हो रहे हैं जैसे-जैसे सूचना मिलती जा रही है धीरे-धीरे किसान की जमावड़ा हो रहा है अभी तक 200-250 किसान मौके पर पहुंच गए हैं किसान नेता का कहना है संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देशानुसार आगे की रणनीति बनाई जाएगी किसानों में आक्राेश है और प्रदर्शनकारियों ने घटना की कड़ी निंदा की है। आपको बता दें कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव आने से पहले ही भारी बवाल हो गया।
मंत्री के गांव से सात किलोमीटर पहले तिकुनिया कस्बे के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंदती हुई दो कारें निकल गईं। इस हादसे में दो किसानों की मौत हो गई और कम से कम 10 किसान जख्मी हुए हैं। शाम को दो शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में लाए गए। कई और घायलों को भर्ती कराया गया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर किसी की मौत की पुष्टि अभी जिला प्रशासन ने नहीं की है।
हादसे के बाद किसान भड़क गए और गाड़ियों को तोड़ डाला और आग के हवाले कर दिया। किसानों ने गाड़ी में सवार लोगों की जमकर पिटाई की। बताया जाता है कि किसानों को रौंदने वाली एक कार केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष की भी है, जबकि दूसरी उनके करीबी की। रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जिले में थे। उनको केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर जाना था।
उप मुख्यमंत्री के आने के विरोध में सुबह से ही किसान उतर आए थे। किसानों ने हेलीपैड पर ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी कर दीं। सैकड़ों की संख्या में काले झंडे लेकर किसान वहां मौजूद थे और उप मुख्यमंत्री के विरोध का ऐलान कर रहे थे। इस बीच दोपहर दो बजे डिप्टी सीएम केशव मौर्य बनवीरपुर के लिए रवाना हो गए। उधर डीएम, एसपी ने किसानों से वार्ता के बाद डिप्टी सीएम का रूट बदलने की सिफारिश की थी। पर किसान हेलीपैड के सामने ही मौजूद थे। इस दौरान अचानक दो कारें बनवीरपुर की ओर से बेहद तेज गति में किसानों के बीच घुस गईं।
उनको रौंदती हुई चली गई। इसमें एक कार केंद्रीय राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू की बताई जा रही है। हादसे में दर्जन भर से ज्यादा किसान जख्मी हो गए। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने हादसा करने वाली गाड़ियों को तोड़कर आग लगा दी। कार में जो भाजपाई मिला, उसको पीटा। छह भाजपा समर्थक भी जख्मी बताए जा रहे।
इसके बाद भगदड़ मच गई। किसानों का आक्रोश देखकर पुलिस भी मैदान छोड़कर भाग खड़ी हुई। घटना में कई पत्रकार गंभीर जख्मी हो गए। बवाल के बाद पुलिस ने तिकुनिया से पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। किसान यूनियन ने दावा किया है कि हादसे में जख्मी तीन किसानों की मौत हो गई है। दो शव शाम को जिला अस्पताल लाए गए।हालांकि जिला प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर अभी एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है।
सोमवार को बाजार बंद
बाजपुर तथा गदरपुर क्षेत्र के तराई किसान संघ के आव्हान पर सोमवार को बाजार बंद कराए जाएगा। तराई किसान संघ के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह गोराया ने व्यापार मंडल तथा प्रशासन को चेतावनी देते हुए बताया की बाजार बंद के दौरान कोई भी घटना होती है तो जिम्मेदारी प्रशासन की होगी उन्होंने गदरपुर ब्लॉक तथा बाजपुर ब्लॉक से सैकड़ों किसानों का जत्था घटनास्थल लखीमपुर तिकुनिया को कुच करेंगे।
भाजपा सरकार मैं किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा ।लखीमपुर खीरी की घटना की कड़ी निंदा की जाती है। सीएम योगी इस्तीफा दें। जिले के किसान नेता तजेंद्र विर्क के घायल होने की सूचना है। मैं उन्के स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
आदेश चौहान विधायक जसपुर
खटीमा का कोई किसान हताहत नही हुवा है। चन्देली के कुछ किसान लखिनपुर गए थे वह सब सही हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत लखिनपुर पहुंचने वाले हैं। उनके जो दिशा निर्देश होंगे उसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जाएगा।
गुरसेवक सिंह,जिलाध्यक्ष भाकियू
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हम सभी किसान लखिनपुर रवाना हो रहे हैं। फिलहाल उधमसिंह नगर में किसी प्रकार के प्रदर्शन के आदेश उनके पास नही हैं। जो भी निर्णय लेंगा संयुक्त किसान मोर्चा लेगा वही सबको मान्य होगा।
मनजिंदर सिंह , ब्लॉक अध्यक्ष चढूनी
किसानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे: सुमित्तर भुल्लर
गदरपुर। उत्तराखंड युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा है कि लखीमपुर खीरी की घटना बेहद ही चिंताजनक और शर्मनाक है। किसानों के खिलाफ सत्तासीन भाजपा सरकार की जो नीति है उसे आज की घटना से स्पष्ट समझा जा सकता है। भाजपा की सरकार किसानों के प्रति दमन की नीति अपना रही है। उन्होंने कहा की शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों को कुचल कर मार दिया गया है।लोकतंत्र की हत्या करते हुए हमारे अन्नदाता किसान को जिस प्रकार पीड़ित किया जाता है, उसे हम लगातार देखते आ रहे हैं। आज सरकार के उस दमन की नीति का पर्दाफाश हो गया। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आगमन पर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों को कार से कुचलकर मार दिया गया। इस तरह के व्यवहार को लोकतंत्र में कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। रविवार की घटना ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जनता उन्हें जरूर सबक सिखाएगी।
जसपुर में भी किसानों ने जाम किया हाईवे
जसपुर। लखीमपुर खीरी के घटना के विरोध में किसानों ने डेढ़ घंटे हाईवे जाम कर भाजपा सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही किसानों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग भी की। रविवार को लखीमपुरखीरी में हुई घटना से नाराज संयुक्त मोर्चा एवं भाकियू कार्यकर्ताओं ने रात करीब 7:45 बजे सुभाष चौक के नजदीक हाईवे पर जाम लगा दिया।
इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई ।पुलिस ने वाहनों का रूट डायवर्ट कर उन्हें बमुश्किल निकाला। हाईवे जाम की सूचना पर विधायक आदेश चौहान, हाजी जाहिद मौके पर पहुंच गए। विधायक ने किसान होने के नाते उन्हें समर्थन दिया। इस बीच कई बार पुलिस ने किसानों को समझाने की कोशिश की। लेकिन किसान हाईवे पर डटे रहे ।वह मोदी- योगी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। किसान, यूपी के मंत्री एवं उसके पुत्र की गिरफ्तारी की मांग करते रहे।
सोमवार सुबह 8 बजे तहसील में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने की बात कहने पर किसानों ने डेढ़ घंटे बाद जाम खोल दिया। जाम करने वालों में सुखबीर भुल्लर सुरजित ढिल्लों, सुबा सिं,ह रंजीत सिंह, मुख्तार सिंह, बलजिंदर सिंह, सुरजीत सिंह, गुरप्रीत, अमरजीत,जगतार सिंह, गुरदीप, मनजीत, सुखदीप सहोता,अवतार सिंह, बगीचा सिंह गुरप्रीत, आदि मौजूद रहे।
व्यापारियों ने फूंका केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का पुतला
रुद्रपुर। लखीमपुर में किसानों की मौत एवं कई किसानों के घायल होने के मामले में किसान,व्यापारी संगठन ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पुतला फूंककर विरोध जताया। किसानों ने कहा कि खून का बदला खून से होगा। भारी संख्या में इकठ्ठा किसान व्यापारियों ने केंद्र एवं यूपी राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने मेन मार्केट में एक शव यात्रा भी निकाली। जिसमे उन्होंने सरकार से मंत्री को बर्खास्त करने और उसके बेटे को 302 मामले में जेल भेजने की भी मांग की है।
कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों की लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद तराई के किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। रविवार शाम किसान व्यापारी सगठन से काफी संख्या में लोग बाटा चौक पर इकठ्ठा हुए। प्रांतीय व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेजा व किसान व्यापारियों ने यूपी सरकार योगी आदित्यनाथ, केंद्र सरकार, केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुतला फूंका।
कहा कि किसानों के साथ इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इनके समर्थन में कांग्रेस नेता सीपी शर्मा ने भी समर्थन दिया। इस मौके पर अमरिंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह, गुरमुख सिंह, सुरमुख सिंह विर्क, बलविंदर सिंह, राम सिंह, नवजोत मक्कड़, गुरमीत सिंह, अमन सिंह, सुरेंद्र सिंह, दिनेश, बलविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।
काशीपुर के लोहिया पुल पर किसानों ने लगाया जाम
काशीपुर। उत्तर-प्रदेश के लखीमपुर खीरी बनबीरपुर में किसानों और भाजपा नेताओं के बीच झड़प हो गई। बताया जाता है कि इसमें कई किसान घायल भी हो गए। रविवार को यूपी के लखीमपुर खीरी बनबीरपुर में किसानों और भाजपा नेताओं के बीच हुई झड़प व कुछ किसानों की भाजपा नेता बेटे की कार चपेट में आने से हुई मौत से किसानों में रोष फैल गया।
जिसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन युवा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू की अध्यक्षता में उत्तराखंड और यूपी के किसानों ने काशीपुर के लोहिया पुल पर सैकड़ों किसानों ने देर शाम को रोड जाम करके सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने उत्तर-प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने आरोप लगाया कि लखीमपुर में साजिस के चलते कुछ किसानों को मारा गया है। यह सरकार की तानाशाही रवैया है। जोकि, यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर राहगीरों को दूसरे रास्ते का प्रयोग करना पड़ा। वहीं, मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जहां पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझा-बुझाकर रात लगभग आठ बजे किसानों ने जाम खोल दिया। उधर, भाकियू जिला उपाध्यक्ष कल्यान सिंह ने घटना पर दुःख जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
वहीं भाकियू जिला महासचिव बलजिंदर सिंह संधू ने घटना पर गहरा रोष जताते हुए मामले की निषपक्ष जांच की मांग की। उन्होंने यूपी सरकार से मांग की दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इस मौके पर जितेंद्र सिंह जीतू, अमित प्रधान, सुखा प्रधान, कुलविंदर सिंह, ओमकार प्रधान, अंबा प्रधान समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
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