यूपी के जिले में ओपी राजभर की एंट्री पर लगी पाबंदी, लगाए गए पोस्टर, जाने पूरी बात!

समाजवादी पार्टी से गठबंधन समाप्त होने के बाद सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी में सब कुछ पहले की तरह नहीं चल रहा है।

समाजवादी पार्टी से गठबंधन समाप्त होने के बाद सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी में सब कुछ पहले की तरह नहीं चल रहा है। पिछले दिनों में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर उन्हीं की पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वहीं शुक्रवार (23 सितंबर, 2022) को राजभर के खिलाफ मऊ में पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टरों में लिखा गया है, ‘ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बस्ती में आना मना है।

 

बता दें, ओम प्रकाश राजभर अपनी सावधान यात्रा के दौरान मऊ के घोसी विधानसभा में 18 अक्टूबर को एक रैली करने जा रहे हैं। रैली को लेकर अभी से राजभर के खिलाफ बस्ती के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है, जो ओम प्रकाश राजभर के लिए शुभ संकेत नहीं कहा जा सकता है। वहीं विरोध में लगे बैनर को लेकर राजभर ने कहा कि वह लोग हमारा विरोध नहीं, बल्कि वह हमारा प्रचार कर रहे हैं।

शुक्रवार (23 सितंबर, 2022) को प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक करने के लिए राजभर मऊ पहुंचे थे। वहीं मऊ के घोसी विधानसभा क्षेत्र के लखीमपुर गांव कि राजभर बस्ती में ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना मना है लिखा हुआ बैनर लगाया गया।इसके साथ ही गांव में दीवारों पर पर भी यह पोस्टर लगाए गए हैं। अभी तक तो ओमप्रकाश राजभर का विरोध पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी छोड़कर किया जा रहा था, लेकिन अब इनके खिलाफ बैनर और पोस्टर वार भी बागी हुए कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने लगाना शुरू कर दिया है।

सुभासपा के पूर्व पदाधिकारी व कार्यकर्ता मनोज राजभर ने ओपी राजभर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ओपी राजभर अपनी नीतियों से भटक गए हैं. पार्टी केवल पिता और पुत्र की हो कर रह गयी है। यही कारण है कि पार्टी से पिछले दिनों कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी से नाता तोड़ लिया।

 

मनोज राजभर ने दावा करते हुए कहा कि पूरा राजभर समाज अब महेंद्र राजभर के समर्थन में मैदान में उतर आया है। ओपी राजभर को किसी भी राजभर की बस्ती में घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ओपी राजभर टिकट पाते हैं और बेच देते हैं। अब्बास अंसारी को 6 करोड़ों रुपए लेकर टिकट दिया गया था।

वहीं पिछले दिनों सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बागी नेता रामजीत राजभर ने पार्टी प्रमुख ओपी राजभर पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने ओपी राजभर पर मुख्तार अंसारी से फंडिंग लेने और सरकारी जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया था। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ओपी राजभर के कार्यलाय की जांच करवाने की भी मांग की थी। रामजीत राजभर ने कहा था कि वह सरकारी जमीन है और नहर पर ओपी राजभर ने मकान बनाया है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करना चाहता हूं कि उसकी जांच करवाकर उसे धाराशायी करवाने का काम करें।

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