यूपी में उपचुनाव से दूरी बनाएंगे अखिलेश यादव? सामने आई ये बड़ी वजह!
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है. राज्य के लखीमपुर स्थित गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. इस
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है. राज्य के लखीमपुर स्थित गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. इस सीट पर बीजेपी ने अमन गिरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक विनय तिवारी पर दांव लगाया है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या पूर्व की तरह इस उपचुनाव से भी अखिलेश यादव दूर रहेंगे.
दरअसल, सपा प्रमुख आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के दौरा प्रचार करने नहीं गए. हालांकि तब उनके चचेरे भाई और आजमगढ़ से सपा के उम्मीदवार रहे धर्मेंद्र यादव ने इसका जवाब दिया था. उन्होंने कहा था, “उनकी पहले से ही उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाने की परंपरा है. ऐसे में मैं भाई होने के नाते ये नहीं चाहुंगा की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी मर्यादा और परंपरा को तोड़ें.” हालांकि जब उपचुनाव में दोनों ही सीटों पर सपा की हार हुई तो इस बात की काफी चर्चा रही की अखिलेश यादव प्रचार में क्यों नहीं गए.
बात यहीं खत्म नहीं होती. दरअसल, पहले भी अखिलेश यादव उपचुनाव प्रचार में नहीं गए. वहीं राजनीति पंडितों की माने तो वे हमेशा से उपचुनाव से दूर रहे हैं. लेकिन अब समाजवादी पार्टी संस्थापक और अपने पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से वे राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं. उन्होंने नेताजी के निधन के बाद से अब तक कोई भी राजनीतिक टिप्पणी नहीं की है. वहीं उपचुनाव को लेकर अभी तक एक्टिव भी नजर नहीं आए हैं. हालांकि शुक्रवार को नेताजी का शांति हवन हुआ.
इससे पहले उनके निधन के बाद से ही तमाम धार्मिक कामों में वे व्यस्त रहे हैं. इसके अलावा वे सैफई आ रहे लोगों के साथ भी दिखे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि एक बार फिर वे उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाएंगे. दरअसल, तीन नवंबर को गोला गोकर्णनाथ सीट पर वोटिंग होगी. इसके लिए सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल एक्टिव दिखाई दे रहे हैं.