सड़क पर भी चलने का बीमा होता है क्या? पीएम से ये क्या मांग रहे उत्तराखंड के लोग!
उत्तराखंड में बाढ़ की वजह से सड़कों की हालत दयनीय हो गई है। कहीं सड़कें पानी की तरह टूट कर बह रही हैं तो कहीं भूस्खलन से मलबा इकठ्ठा होने की वजह से सड़क बंद हो जाती है। यही कहानी उत्तराखंड के चम्पावत इलाके से होकर जाने वाली ऑल वेदर सड़क एनएच 9 की है। लगातार भूस्खलन और निर्माण कार्य जारी रहने की वजह से यहाँ दुर्घटना होने की संभावना हर समय रहती है। आपदा की वजह से पिछले 15 दिनों में यह राजमार्ग हफ्ते भर तक बंद पड़ा रहा।
सामरिक दृष्टि से बेहद महत्त्वपूर्ण माने जाने वाली यह सड़क कई लोगों की मौत का कारण बन चुकी है। यहां से गुजरने वाले लोगों को हमेशा दुर्घटना या जाम में फंस जाने का डर लगा रहता है। ऐसे में चंपावत निवासी अब इस सड़क से गुजरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीमा करवाने की मांग कर रहे हैं। दरअसल चंपावत, पिथौगढ़ तक जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 9 भारत को चीन और नेपाल से जोड़ता है। मार्ग पूरा बनने के बाद काफी लाभदायक होगा। इसके सामरिक महत्व की वजह से केंद्र सरकार ने इसे ऑल वेदर रोड बनाने का फैसला किया था। लेकिन सरकार का यह फैसला यहां से गुजरने वालों के लिए मुसीबत बन गया है। लगातार कटिंग की वजह से इस रास्ते पर भूस्खलन की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं। यहां खड़े पेड़ ऐसी स्थिति में हैं कि ये पेड़ कभी भी यहां से गुजरती गाड़ी पर गिर सकते हैं।
मौत का तांडव करती सड़क
आपको बता दें पिछले कुछ समय में ही यहाँ दुर्घटनाओं की कई खबर सामने आई हैं। बीते एक वर्ष में इस सड़क पर 30 से ज़्यादा दुर्घटना के मामले सामने आए हैं जिसमे 35 से ज़्यादा लोग अपनी जानें गँवा चुके हैं। ऐसे में स्थानीय लोग इस सड़क से गुजरने से डरने लगे हैं। वहीं बीमा की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी कोई हामी नहीं भर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पर जारी प्रोजेक्ट के अधिशासी अभियंता एलडी मलेथा ने कहा कि प्रोजेक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। उनकी इस मनाही के बाद देखने वाली बात होगी कि सरकार वहां के लोगों की इस मांग पर क्या कार्यवाई करती है।