उत्तराखंड को आज मिली नई CM, जानें किसके नाम पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लगाई मुहर
आज 24 जनवरी का दिन उत्तराखंड (Uttarakhand) के लिए एतिहासिक होने वाला है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्थान पर कोई और कमान संभालने वाला है। कई दिनों से इसके विषय में चर्चा चल रही थी कि आखिर त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्थान पर किसे ये कमान सौंपी जाए। सीएम रावत ने अब उसके नाम पर मुहर लगा दी है।
आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के दिन सीएम रावत ने एक दिन के लिए उत्तराखंड की सत्ता की कमान सृष्टि गोस्वामी (srishti goswami) के हाथों में सौंपी है। देश के इतिहास में शायद ये पहली बार होने जा रहा है, जब एक मुख्यमंत्री के होते हुए किसी और को एक दिन के लिए राज्य की कमान दी जा रही है। इससे पहले हमने ऐसा बॉलीवुड की फिल्मों में ही होते देखा है, लेकिन आज ये सच होने जा रहा है।
कहां की रहने वाली हैं सृष्टि
सृष्टि गोस्वामी हरिद्वार के बहादुराबाद ब्लॉक के दौलतपुर गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने आज रविवार को उत्तराखंड का सीएम बनने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके साथ ही आज राष्ट्रीय बालिका दिवस 2021 के शुभ अवसर पर उत्तराखंड राज्य की एक दिन की मुख्यमंत्री बनकर वो अपना नाम राज्य के इतिहास में दर्ज करवा देंगी।
आज उत्तराखंड के सीएम की कुर्सी संभलाने के बाद सृष्टि राज्य में हुए विकास कार्यों की समीक्षा करेंगी। इतना ही नहीं इस दौरान राज्य के अधिकारी उन्हें विकास कार्यों में हुए अब तक की प्रगति को लेकर प्रजेंटेशन भी देंगे।
इस कॉलेज में पढ़ती हैं सृष्टि
बता दें कि सृष्टि गोस्वामी बीएसएम पीजी कॉलेज रुड़की में बीएससी (कृषि) सातवें सेमेस्टर की छात्रा हैं। साल 2018 में वो उत्तराखंड बाल विधानसभा में मुख्यमंत्री बनीं थी। सृष्टि एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं, उनके पिता प्रवीँण पुरी एक परचून की दुकान चलाते हैं, वहीं उनक मां एक हाउस वाइफ हैं। सृष्टि के पिता को अपनी बेटी पर गर्व है। उनका कहना है कि आज उनकी बेटी ने उनको गौरवान्वित किया है।
सृष्टि पहले कई बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बहुत से कार्यक्रमों में भाग ले चुकी है। यही कारण है कि आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के दिन उनको उत्तराखंड की कमान संभालने का मौका दिया गया है। इस दौरान सृष्टि उत्तराखंड में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी करेंगी। इसमें स्मार्ट सिटी परियोजना ये लेकर अटल आयुष्मान योजना तक शामिल हैं।