उत्तराखंडः भारत बंद के मद्देनजर DGP ने पुलिस को दिए खास निर्देश
देहरादून : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आंदोलनकारी किसानों द्वारा आहूत 8 दिसम्बर के भारत बंद के मद्देनजर सोमवार को सूबे के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान की भी समीक्षा की।
डीजीपी ने कहा कि प्रस्तावित भारत बंद के दृष्टिगत सभी जनपद प्रभारी लोगों से संपर्क और मीटिंग कर उनसे बंद को शान्तिपूर्वक करने का आह्वान करें। यह भी सुनिश्चित कर लें कि जबर्दस्ती बंद नहीं कराया जाए और हिंसा किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनपद प्रभारी जिलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जोन एवं सेक्टर में पुलिस अधिकारियों के साथ सम्बन्धित मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति सुनिश्चित कर लें। उन्होंने स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सतर्क रखते हुए सूचना संकलित करने के निर्देश दिए। अफवाहों को किसी भी दशा में फैलने न दिया जाए। सोशल मीडिया पर निरन्तर निगरानी रखी जाए। यदि कोई भ्रामक सूचना फैलायी जाती है तो तुरन्त उसका प्रतिरोध किया जाए तथा भ्रामक सूचना फैलाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाया जा रहा विशेष अभियान एक ऑपरेशनल अभियान है। इसे मेहनत करके सभी ने सफल बनाना है। इनामी एवं वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी युद्धस्तर पर सुनिश्चित की जाए। बड़े अपराधी, जिन पर 5000 रुपये से अधिक का इनाम है, उनकी गिरफ्तारी में एसओजी एवं राज्य स्तर पर एसटीएफ की जिम्मेदारी भी होगी। यदि कोई कार्य में निष्क्रियता या लापरवाही करता है तो उस पर कार्रवाई की जाए।
डीजीपी ने हिस्ट्रीशीटरों पर फोकस बढ़ाने और उनका सत्यापन व निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश किया। पांच वर्ष से सक्रिय अपराधियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही जनपद स्तर पर टॉप 10 एवं टॉप 5 अपराधियों का भी चिह्नीकरण करते हुए उन पर कार्रवाई सुनिश्चित करें।