उत्तराखंड: पॉलिसी और शेयर बाजार के नाम पर 68 लाख ठगी, मास्टरमाइंड दिल्ली से गिरफ्तार
देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम पर एसटीएफ (Special Task Force) कार्रवाई कर रही है. लेकिन अब साइबर ठग नए- नए तरीकों से आम जनता की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं. साइबर ठग (Cyber Thugs) स्वंय को बीमा पालिसी एजेन्ट बताते हुये आम जनता को फोन कर उनके बन्द पड़े बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण व वीमा पाॉलिसी प्रीमियम के शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच दे रहे हैं. साथ ही फर्जी नाम- पता व आधार कार्ड/वोटर कार्ड नंबर पूछ रहे हैं. इसके बाद विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाकर व फर्जी नाम पते से अब आमजनता को ठगी का शिकार बना रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला देहरादून में सामने आया है, जहां एक महिला ने साइबर ठगों के झांसे में आकर 2014 से 2021 तक सात सालों में 68 लाख रुपये गंवा दिए. साइबर ठगों ने बीमा पॉलिसी और शेयर बाजार के नाम पर अलग-अलग किश्तों में 68 लाख रुपए ठगे. जिसके बाद महिला ने साइबर थाने में जुलाई महीने में मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसपर कार्रवाई करते हुए साइबर और एसटीएफ पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया. वहीं, मामले में एसटीएफ ने आरोपी मास्टरमाइंड देवेश नंदी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भी एसटीएफ तलाश कर रही है. साथ ही और लोगों के साथ भी इस तरीके की ठगी होने की संभावना को देखते हुए एसटीएफ जांच कर रही है.
एसटीएफ द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक ये साइबर ठग विभिन्न ऐसी साइट्स के संपर्क में भी हैं जिनके पास लोगों के फ़ोन नंबर सहित उनकी पूरी जानकारी होती है. इन साइट्स से ये ठग बहुत कम पैसे देकर लोगों की पूरी जानकारी ले लेते हैं. जिसके बाद लोगों को आसानी से अपनी बातों में फंसा लेते हैं. एसटीएफ एसपी चंद्रमोहन सिंह का कहना है कि एसटीएफ लगातार ऐसे ठगों पर कार्रवाई कर रही है. लेकिन लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे किसी भी तरीके के प्रलोभन में न आएं.