इस तरह से होगी उत्तर प्रदेश भर्ती की प्रक्रिया
आयोग के अधिकारियों के अनुसार इन सभी पदों पर अभ्यर्थियों की नियुक्तियां द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के आधार की जाएगी जिसके तहत अभ्यर्थी चयन के लिए सबसे पहले प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) आयोजित की जाएगी। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा दो घंटे की होगी। इस परीक्षा में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न का गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था होगी। एक सवाल गलत होने पर एक चौथाई अंक काट दिया जाएगा। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा रिजल्ट परसेंटाइल के आधार पर जारी किया जाएगा।
इसमें सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। आयोग इन भर्तियों के लिए आवेदन की घोषणा जल्द ही करेगा। पदों के हिसाब से योग्यता निर्धारित की जाएगी। स्नातक, प्रोफेशनल कोर्सेज और इंटरमीडिएट समेत तकनीकी योग्यता वाले पदों पर ग्रुप वाइज आवेदन मंगाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए आयोग अलग-अलग विभागों से आए भर्ती प्रस्तावों को योग्यता के आधार पर अलग करेगा। मुख्य परीक्षा में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों की नियुक्तियां विभिन्न विभागों में की जाएंगी। इसके अलावा अन्य सरकारी विभागों के भी रिक्त पद इसी प्रक्रिया से भरे जाएंगे।
जिन सरकारी पदों की भर्तियों करने को लेकर बीते दो वर्षों में प्रारम्भिक परीक्षा हो चुकी है, उनका अंतिम परिणाम घोषित करने को लेकर आयोग के अधिकारियों का कहना है कि अवर अधीनस्थ सेवा का अंतिम परिणाम घोषित करने की कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार मंडी परिषद में टंकन एवं आशुलेखन परीक्षा बीते माह हो चुकी है, इसका अंतिम परिणाम अगले माह मार्च में घोषित कर दिया जाएगा। कनिष्ट सहायक, ग्राम विकास अधिकारी, होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी के लिए हुई परीक्षा के अंतिम परिणाम अगले माह के अंत तक घोषित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सेवा चयन आयोग के पुर्नगठन के बाद 17,243 अभ्यर्थियों को नौकरी देने की संस्तुति आयोग के स्तर से की जा चुकी है। जिसके आधार पर अभ्यर्थियों को सरकार के स्तर से नियुक्ति पत्र भी दिए जा चुके हैं।