“US President Elections : आईटी, बैंकिंग और ऑयल कंपनियों का समर्थन किसके साथ?”

ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनियां, विशेषकर ऑयल और गैस कंपनियां, अक्सर ट्रंप के समर्थन में खड़ी होती हैं.

नई दिल्‍ली: US President Elections की तारीख 5 नवंबर, 2024 नजदीक आ रही है, और इस बार राजनीतिक समर्थन का मामला केवल नागरिकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कॉर्पोरेट जगत भी खुलकर अपने पसंदीदा उम्मीदवारों का समर्थन कर रहा है। यह देखने में आ रहा है कि आईटी, बैंकिंग, और ऑयल जैसी दिग्गज कंपनियां अपनी राजनीतिक प्राथमिकताओं के अनुसार उम्मीदवारों का चयन कर रही हैं।

US President Elections में डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला है। कमला हैरिस, जो राष्ट्रपति जो बाइडेन की पूर्व उप राष्ट्रपति रह चुकी हैं, उदार और वामपंथी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती हैं। वे सामाजिक न्याय, जलवायु परिवर्तन, और स्वास्थ्य देखभाल जैसे मुद्दों पर जोर देती हैं। दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं, संरक्षणवादी और दक्षिणपंथी नीतियों के पक्षधर हैं। उनके समर्थक आमतौर पर आर्थिक विकास, कर में कटौती, और राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देते हैं।

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कॉर्पोरेट जगत में, आईटी कंपनियों का झुकाव आमतौर पर डेमोक्रेट उम्मीदवारों की ओर देखा जाता है, खासकर उन मुद्दों पर जो तकनीकी नवाचार और डेटा सुरक्षा से संबंधित हैं। वहीं, ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनियां, विशेषकर ऑयल और गैस कंपनियां, अक्सर ट्रंप के समर्थन में खड़ी होती हैं, जो ऊर्जा उत्पादन के अनुकूल नीतियों की बात करते हैं।

बैंकिंग क्षेत्र में भी रुचि बढ़ रही है। कुछ प्रमुख बैंकों ने कमला हैरिस का समर्थन किया है, जो वित्तीय विनियमन और सामाजिक समानता पर जोर देती हैं। हालांकि, ट्रंप भी पारंपरिक बैंकिंग के हितों के प्रति अनुकूल रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि कौन सा पक्ष इस क्षेत्र में अधिक प्रभावशाली रहेगा।

इस बार का US President Elections इस दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है कि यह न केवल राजनीतिक बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी कॉर्पोरेट चुनावी समर्थन को परिभाषित करेगा। कंपनियों के समर्थन के पीछे उनके आर्थिक हित और भविष्य की नीतियों की उम्मीदें भी हैं। इस प्रकार, अमेरिका में US President Elections अब केवल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट रणनीतियों का भी एक अहम हिस्सा बन चुका है।

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