यूपी की योगी सरकार का एक्शन मोड शुरू, मुख्तार अंसारी के करीबी का घर हुआ कुर्क
एक्शन मोड में दिखी यूपी की योगी सरकार, मुख्तार अंसारी के करीबी पर गिरी गाज
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड जीत के बाद प्रदेश की भाजपा सरकार एक्शन मोड में दिखाई दे रही हैं. भाजपा सरकार ने अपराधियों पर नए सिरे से कार्रवाई की शुरुआत कर दी है. लखनऊ में मुख्तार अंसारी के करीबी जुगनू वालिया के खिलाफ यूपी पुलिस ने एक्शन लिया है और उसका घर बुधवार को कुर्क कर लिया गया. एडीसीपी सेंट्रल राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि हत्या के एक मामले की साजिश रचने का आरोप जुगनू वालिया पर है और इसी मामले में जुगनू वालिया फरार चल रहा है.
एडीसीपी सेंट्रल मिश्रा ने बताया कि आरोपी जुगनू पर 25 हज़ार रुपये का इनाम भी रखा गया है. राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि जुगनू वालिया का सरेंडर या गिरफ्तारी न होने पर विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए कोर्ट से आदेश लेकर जुगनू वालिया की चल संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई की गई.
मुख़्तार अंसारी के करीबी पर गिरी गाज
बता दें कि 26 अक्टूबर की रात को थाना आलमबाग इलाके के चंद्रनगर में चिकचिक रेस्टोरेंट के मालिक रोमी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने जब मामले की तहकीकात शुरू की तो इसके तार जुगनू वालिया और उसके परिवार से जुड़ते हुए मिले, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जुगनू वालिया के भाई और भतीजे को हत्या के इस मामले में जेल भेजा था. वहीं, तहकीकात के बाद जुगनू वालिया पर रोमी की हत्या की साजिश करने, आरोपियों को फ़रार कराने और साक्ष्य मिटाने के सबूत पुलिस को मिल रहे थे.
बता दें पुलिस ने जुगनू को मामले में आरोपी बनाने के साथ ही उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू किया, लेकिन जुगनू फरार हो गया. पुलिस ने जुगनू पर 25 हज़ार रुपये का इनाम भी रखा. एक तय समय बीतने पर जुगनू के सरेंडर न करने पर आलमबाग पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोर्ट के आदेश पर बुधवार को जुगनू वालिया के आलमबाग, चंद्र नगर स्थित घर की कुर्की कर दी है.
बताया जाता है कि जुगनू वालिया ख़ुद को माफिया मुख्तार अंसारी का क़रीबी बताकर लोगों को धमकाता रहा है. इलाके में सूदखोरी का धंधा करने वाला जुगनू वालिया मुख़्तार अंसारी का क़रीबी होने की वजह से प्रॉपर्टी के धंधे में भी उतर गया और कई विवादित संपत्तियों के मामले निपटाने में उसका नाम सामने आया है. वहीं एक हत्या के मामले में जुगनू जेल गया था और रोमी की हत्या के समय जुगनू ज़मानत पर चल रहा था.