अखिलेश के इस फेंसले से हिल गयी यूपी पॉलिटिक्स
उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत ही कम समय ऐसा देखा जाता है कि जब किसी पार्टी ने अपने जिला कार्यकारिणी के 11 जिला अध्यक्षों को एक साथ पद से हटा दिया गया हों,इससे यह साफ पता चलता है की पार्टी आलाकमान किसी भी कीमत पर गुस्ताखी माफ करने के मूड में नहीं है, आज आपको हम बताएंगे कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने क्योंकि 11 जनपदों के जिला अध्यक्षों को एक साथ ही पद से मुक्त कर दिया और अखिलेश के इस फैसले का कारण क्या था
के चुनाव से पहले अखिलेश यादव बिल्कुल भी अपने संगठन को ढील देने के इरादे में नहीं है, अखिलेश उन्ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को पद दे रहे हैं और जिम्मेदारी दे रहे हैं जो कठिन से कठिन परिस्थिति में भी काम कर सके, पार्टी के संदेश को जनता के पास पहुंचा सके,
उत्तर प्रदेश में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है इस चुनाव प्रक्रिया में 11 जनपदों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने अपना नामांकन नहीं कर पाई, जिसकी वजह से पार्टी ने इस बात को बहुत ही गंभीरता से लिया और जिम्मेदार जिला अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया, अखिलेश ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस बात को साफ कर दिया कि वह 22 के विधानसभा चुनाव को लेकर बहुत ही सचेत और गंभीर है अगर कोई भी चूक पार्टी की किसी भी कार्यकर्ता या नेता के द्वारा होती है और पार्टी को नुकसान होता है तो अखिलेश बर्दाश्त करने वाले नहीं है, यूं तो अखिलेश यादव काफी सौम्य और कोमल स्वभाव के नेता माने जाते हैं मगर अखिलेश यादव लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते, यह भी उनकी एक विशेषता है और यही कारण है जिसकी वजह से एक ही बार में 11 जिला अध्यक्षों को पद से हटा दिया गया।