Breaking: पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट.. कई लोगों की मौत, दूर तक गिरे शरीर के टुकड़े, लोगों ने समझा भूकंप

देवबंद (सहारनपुर), उत्तर प्रदेश – शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद तहसील के निहालखेड़ी गांव में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में फैक्ट्री में काम कर रहे कई लोगों के शरीर के टुकड़े दूर-दूर तक बिखर गए। पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, लेकिन अब तक मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
धमाकों की गूंज से कांपा इलाका
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह करीब 7 बजे फैक्ट्री में अचानक आग लग गई, जिसके बाद लगातार कई धमाके हुए। ये धमाके इतने भीषण थे कि दो किलोमीटर दूर तक आवाजें सुनी गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट के बाद ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया हो। देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग ढह गई और अंदर काम कर रहे लोग मलबे में दब गए।
फैक्ट्री पूरी तरह से ध्वस्त, कई लोग दबे
निहालखेड़ी गांव में स्थित यह पटाखा फैक्ट्री करीब एक बीघा जमीन में बनी थी। हादसे के वक्त वहां नौ लोग काम कर रहे थे, जिनमें से कई मलबे के नीचे दब गए। राहत की बात यह है कि हादसे में कुछ लोगों की जान बच गई, लेकिन कितने लोग मारे गए हैं, इसकी जानकारी प्रशासन ने अब तक नहीं दी है।
परिजनों का गुस्सा फूटा, हाईवे किया जाम
हादसे के बाद मृतकों के परिजन और स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और देवबंद-सहारनपुर नेशनल हाईवे-59 को जाम कर दिया। वे आरोप लगा रहे हैं कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से चलाई जा रही थी और प्रशासन को इसकी जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोगों ने सड़क पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पुलिस ने इलाके को किया सील, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
धमाके की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मलबे को हटाकर दबे हुए लोगों की तलाश कर रही हैं। एसडीएम और जिला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस हादसे ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि फैक्ट्री लंबे समय से अवैध रूप से चलाई जा रही थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह लापरवाही इस भीषण हादसे की एक बड़ी वजह बन सकती है।
प्रशासन की लापरवाही
सहारनपुर के देवबंद में हुआ यह हादसा न सिर्फ प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की खतरनाक हकीकत भी सामने लाता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी पारदर्शिता और गंभीरता दिखाता है।