शिया और सुन्नी दोनों ही वक्फ बोर्डों की होगी सीबीआई जांच, यूपी सरकार का बड़ा फैसला
उत्तर प्रदेश में शिया वक्फ और सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अनियमित खरीद-बिक्री और ट्रांसफर की गई संपत्तियों की जांच की जा सकती है । शनिवार रात उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य गृह सचिव ने शिया वफ्फ और सुन्नी वफ्फ बोर्ड की सीबीआई जांच की सिफारिश की है । इस संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा कोतवाली प्रयागराज और थाना हजरतगंज लखनऊ में मुकदमा दर्ज है । वहीं प्रदेश गृह विभाग ने इस संबंध में सचिव कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, केंद्र सरकार और सीबीआई निदेशक को पत्र भेजा है । हालांकि पत्र में इस बारे में कुछ नहीं है कि कौन-कौन से केस में जांच होगी ।
उत्तर प्रदेश में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा गलत तरीके से तमाम जमीनों की खरीद और ट्रांसफर कराने की शिकायतें मिलने की वजह से उत्तर प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है । हालांकि अभी तक दर्ज हुए दोनों मामले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के हैं. । सुन्नी वक्फ बोर्ड का कोई मामला नहीं है । लेकिन प्रदेश सरकार ने दोनों वफ्फ बोर्ड की जांच कराने का फैसला किया है । जांच के बाद ही तय होगा कि किस तरह की वित्तीय अनियमितताएं और गलत तरीके से खरीद-फरोख्त की गई है ।
पुराने मुकदमो को बताया आधार
गौरतलब है कि दोनों वफ्फ बोर्ड पर जांच के लिए प्रयागराज कोतवाली में 26 अगस्त 2016 और 27 मार्च 2017 को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमों को आधार बताया गया है । ये दोनों मामले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वफ्फ बोर्ड के हैं । बता दें कि सीबीआई जांच के लिए भेजी गयी सिफारिश में खरीद-फरोख्त के अलावा दोनों बोर्ड की वित्तीय अनियमितताओं की जांच की भी सिफारिश की गई है ।