उप्र सरकार आरोपितों को बचाने एवं विपक्ष की अवाज दबाने की कर रही कोशिश : राखी बिड़लान
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान ने हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोपियों को बचाने एवं विपक्ष की अवाज दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाथरस की बेटी के घर कोई भी विपक्ष जाता है, तो उस पर उप्र पुलिस लाठी बरसाती है और दुष्कर्मियों को फांसी की सजा मांगने पर उस पर एफआईआर दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि उप्र में राष्ट्रपति शासन लगाकर केस को गैर भाजपा शासित राज्य में स्थानांतरित किया जाए।
पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में आप विधायक बिड़लान ने कहा कि हम सभी कल पीड़ित परिवार से मिलने, परिवार को सांत्वना देने और परिवार का दुख साझा करने के लिए जब हाथरस पहुंचे, तो जिस प्रकार से पुलिस की मौजूदगी के बावजूद हम लोगों पर हमला किया गया, वह उत्तर प्रदेश सरकार की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलता है। बिड़लान ने आरोप लगाया कि कल जो हाथरस में हम लोगों पर स्याही फेंकी गई, यह कोई हादसा नहीं, बल्कि एक सोची समझी साजिश के तहत इस काम को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि जब पूरे के पूरे गांव को योगी सरकार ने एक छावनी में तब्दील किया हुआ है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नाकाबंदी है, तो ऐसी सूरत में दीपक शर्मा नामक व्यक्ति जिसने हम लोगों पर स्याही फेंकी, कैसे अंदर आ जाता है। इस प्रकार की हरकतें इस बात को दर्शाती हैं कि योगी सरकार आरोपियों को बचाने की और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
बिड़लान ने कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए तो योगी सरकार तमाम तरह के जतन कर रही है, परंतु हाथरस की उस बच्ची को न्याय दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने बताया कि कहने को तो उत्तर प्रदेश सरकार ने कह दिया कि सीबीआई से जांच करवाई जा रही है, परंतु 3 दिन बीत चुके हैं, सरकार के कहने के बावजूद भी अभी तक सीबीआई ने आधिकारिक तौर पर इस केस को अपने हाथों में नहीं लिया है।