यूपी में गरीबों के लिए चलाई गई बसों में लिया जा रहा है किराया, परिवहन मंत्रालय की हुए जमकर कमाई
भारत में कोरोनावायरस के मद्देनजर लॉक डाउन किया गया है। इस लॉक डाउन के कारण देश के गरीब तबके के लोगों काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। देश के दिहाड़ी मजदूर जो हर दिन कमा कर अपना घर चलाते थे, उनको इस समय खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा है। शहर में आए यह लोग अब अपने अपने गांव की ओर पलायन कर रहे हैं। वही यूपी और दिल्ली सरकार ने मिलकर ऐसे लोगों के लिए बसों की व्यवस्था कराई। वही अब बड़ी खबर है कि गरीब मजदूरों को घर फ्री में नहीं पहुंचाया जा रहा है बल्कि उनसे टिकट के पैसे लिए जा रहे हैं।
जी हां उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री ने कहा था कि लोगों के लिए 1000 बसें चलाई जाएंगी। हालांकि सरकार ने यह नहीं बताया था कि लोगों से पैसा भी वसूला जाएगा। यह लोग शहरों से पलायन कर अपने गांव में जा रहे हैं क्योंकि पैसा ना होने के कारण इन लोगो को शहरों में ठहरने की जगह नहीं मिल पा रही थी। लेकिन इन सभी दिहाड़ी मजदूरों से सरकार किराया ले रही है। बताया जा रहा है कि इससे उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्रालय ने जमकर कमाई की है।
बता दें कि इन दिहाड़ी मजदूरों ने पैसे लेने का विरोध भी किया था लेकिन इनसे बोला गया कि अगर टिकट नहीं लोगे तो आपको नहीं के जाया जाएगा। सभी लोगों से पैसा लिया जा रहा है और उनके गांव तक उन्हें पहुंचाया जा रहा है। लॉक डाउन के समय यह लोग अपने अपने गांव की तरफ पलायन कर रहे हैं जिसका बड़ा कारण यही है की लॉक डाउन से देश में काम खत्म हो चुका है। अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। जिससे ऐसे लोग जो दिहाड़ी मजदूरी कर हर रोज पैसा कमा कर अपना घर चलाते हैं। वह लोग काफी मुश्किलों में है। पैसा ना होने के कारण ही यह लोग अपने गांव में जा रहे हैं।