यूपी चुनाव: आगरा में EVM में धांधली का मामला आया सामने, स्ट्रॉन्ग रूम के सामने धरने पर बैठे कांग्रेस नेता
आगरा में EVM में धांधली का मामला आया सामने, कांग्रेस नेता ने दिया धरना
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में पहले चरण मतदान के बाद लगातार इवीएम को लेकर राजनीतिक सियासत में गरमाहट ला दी है. आगरा की ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र सिंह ने ईवीएम में धांधली का आरोप लगाया है और वह स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. कांग्रेस उम्मीदवार उपेंद्र सिंह ने आगरा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान खत्म होने बाद उनके एजेंट की मौजूदगी में इवीएम मशीन सील होनी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने बीजेपी उम्मीदवार बेबी रानी मौर्य को लाभ दिलाने के लिए इवीएम सीलिंग के दौरान घोर धांधली व लापरवाही बरती. जिला प्रशासन का इरादा ग्रामीण विधानसभा पर ठीक नहीं थी. मतदान ठीक-ठाक होने के बावजूद इवीएम सीलिंग के दौरान किसी भी तरह की निष्पक्षता नहीं बरती गई.
कांग्रेस उम्मीदवार उपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें 8 तारीख को अवगत करा दिया गया था कि 10 तारीख को जब मतदान खत्म हो जाएगा तो अपने चुनाव एजेंट को भेज देना. उनके समक्ष इवीएम और बैलेट पेपर को सील किया जाएगा. मतदान खत्म होने के बाद उनके इलेक्शन एजेंट स्ट्रॉंग रूम के बाहर खड़े रहे. करीब 11:30 बजे तक चुनाव एजेंट को सूचना नहीं दी गई कि इवीएम व बैलेट पेपर सील किए जा रहे हैं. इलेक्शन एजेंट के अनुपस्थिति में ही जिला प्रशासन और रिटर्निंग ऑफिसर ने इवीएम व बैलट पेपर को सील कराकर स्ट्रॉंग रूम में रखा गया है.
किसी भी उम्मीदवार के इलेक्शन एजेंट को नहीं गया बुलाया
उपेन्द्र सिंह का कहना है कि उनके इलेक्शन एजेंट स्ट्रॉंग रूम से करीब 700 मीटर की दूरी पर ही बैठे रहे. उन्होंने कहा कि उनके साथ ही नहीं बल्कि किसी भी अन्य प्रत्याशी के इलेक्शन एजेंट को जिला प्रशासन ने कोई भी सूचना नहीं दी. जिला प्रशासन ने बीजेपी उम्मीदवार को लाभ दिलाने के लिए चुनाव आयोग के नियमों को तार-तार कर दिया.
बीजेपी को लाभ दिलाने के लिए किया ये काम
कांग्रेस उम्मीदवार उपेंद्र सिंह का कहना है कि इवीएम सीलिंग के दौरान जिस तरह से घोर लापरवाही बरती गई है, इससे साफ तौर से कहा जा सकता है कि यह बीजेपी को लाभ दिलाने के लिए किया गया है. इवीएम सीलिंग के दौरान आवश्यक रूप से धांधली की गई है. कांग्रेस उम्मीदवार उपेन्द्र सिंह ने बताया कि रात को ही उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर आब्जर्वर नलिनी सिंह और जिला अधिकारी आगरा और चुनाव आयोग को शिकायत कर दी है. इस मामले को वह लगातार उठाते रहेंगे, जिससे इवीएम सीलिंग में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो.