UP Elections 2022: मुलायम-स्वतंत्र देव सिंह की मुलाकात, सपा ने दिया पार्टी में शामिल होने का न्योता?
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चुनावी समर (UP Assembly Elections 2022) की तैयारियों और अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक बिसात पर बिछाए जा रहे ‘मोहरों’ के बीच समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) से प्रदेश भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) की पिछले दिनों हुई मुलाकात राजनीतिक गलियारों मंज चर्चा का विषय बनी हुई है. भाजपा नेता की मुलाकात ऐसे समय हुई है जब पार्टी एक ओर जहां जातिगत जनगणना पर अपने रुख को स्पष्ट करने के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं दूसरी ओर ओबीसी में अपनी पैठ बढ़ाने का प्रयास कर रही है.
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, दिवंगत भाजपा नेता कल्याण सिंह के लिए बीते मंगलवार को लखनऊ में आयोजित शोक सभा में स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वह इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मुलायम सिंह को आमंत्रित करने गए थे. इससे पहले भाजपा ने कल्याण सिंह की श्रद्धांजलि सभा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के हिस्सा न लेने के लिए उनकी आलोचना की थी. जबकि बसपा प्रमुख मायावती ने भी ऐसा किया था. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी इस शोक सभा में मौजूद थे और स्वतंत्र देव के बगल में बैठे थे. इस बीच सपा ने दावा किया था कि स्वतंत्र देव भाजपा के भीतर नाखुश हैं और मुलायम सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
भाजपा ने कल्याण सिंह की याद में बीते मंगलवार को पूरे उत्तर प्रदेश में ‘श्रद्धांजलि सभा’ आयोजित की थी. एक हिंदुत्व आइकन होने के साथ-साथ दिवंगत कल्याण सिंह राज्य के मुख्यमंत्री भी थे, जिनके शासनकाल में बाबरी मस्जिद को ढहाया गया था. कल्याण एक प्रभावशाली ओबीसी नेता भी थे और भाजपा अगले साल के चुनावों में दोनों कनेक्शन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है. यह भी कहा गया है कि कल्याण सिंह के लिए अखिलेश द्वारा सम्मान नहीं दिया जाना यह दर्शाता है कि वह “ओबीसी विरोधी” हैं.
अखिलेश यादव ने किया ये काम
अखिलेश से नहीं, बल्कि मुलायम सिंह से स्वतंत्र देव की मुलाकात भी सपा प्रमुख के लिए एक सीधा संदेश था. स्वतंत्र देव सिंह ने मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने “नेताजी” का आशीर्वाद लिया और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली तथा उनके स्वास्थ्य एवं लंबी उम्र की कामना की. इसके बाद, अखिलेश यादव ने एक सपा प्रवक्ता की टिप्पणी को री-ट्वीट करते हुए कहा, ‘नेताजी ने स्वतंत्र देव सिंह को समाजवादी पार्टी में शामिल होने की पेशकश की है क्योंकि वह शायद भाजपा में दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा से नाखुश हैं.’
सपा प्रवक्ता मनीष जगन अग्रवाल ने कहा कि स्वतंत्र देव सिंह की मुलाकात शिष्टाचार से इतर और भी बहुत कुछ है. कल्याण सिंह के लिए शोक सभा में स्वतंत्र देव ने कहा, ‘मैं समाजवादी पार्टी के संस्थापक-नेता से मुलाकात करके उन्हें श्रद्धांजलि सभा में आमंत्रित करने गया था. मैंने बहनजी (बसपा प्रमुख मायावती) को भी फोन किया था. उन्होंने सतीश जी (मिश्रा) को भेजा.’
इसके अलावा कल्याण सिंह को ‘महान नेता’ बताते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि शोक सभा के लिए 40 से अधिक दलों को आमंत्रित किया गया था. उन्होंने यह भी दावा किया कि कल्याण सिंह को लगता था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में दलितों और वंचितों को सुरक्षित महसूस कराया है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए किया. वैसे शोकसभा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्ण गोपाल मौजूद थे.