UP Election: यूपी में दूसरे चरण में 62% मतदान, जानें क्या कहता है वोटिंग ट्रेंड
दो चरण के चुनाव के साथ ही पश्चिमी यूपी की अधिकतर सीटों पर चुनाव संपन्न
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज यानी 14 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 9 जिलों की 55 सीटों पर आज वोटिंग हुई. यूपी चुनाव के दूसरे चरण में 62 प्रतिशत मतदान हुआ और इस तरह से इस चरण में 586 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार लगभग 3 प्रतिशत कम मतदान हुआ. हालांकि,अभी अंतिम आंकड़ा आयोग की ओर से जारी नहीं किया गया है और फाइनल डेटा का इंतजार है. इस तरह से दो चरण के चुनाव के साथ ही पश्चिमी यूपी की अधिकतर सीटों पर चुनाव संपन्न हो गए हैं.
दूसरे चरण में 55 सीटों पर चुनाव हुआ है. इसमें से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 38 सीटें जीती थीं. जबकि सपा को 15 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं. सपा और कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था. सपा की जीती हुई 15 सीटों में 10 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार विजयी हुए थे.
दूसरे चरण में 78 मुस्लिम कैंडिडेट
बता दें कि दूसरे चरण में 78 कैंडिडेट मुस्लिम हैं. समाजवादी पार्टी ने 18, बसपा ने 23, कांग्रेस ने 21 और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने 15 मुस्लिमों को उतारा है. जबकि भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) ने भी रामपुर की स्वार टांडा से रामपुर के नवाब कासिम अली खान के बेटे हैदर अली खान को उतारा है, जो कि 2014 के बाद भगवा खेमे के पहले मुस्लिम कैंडिडेट हैं. यही नहीं, इस बार भी पिछले चुनाव की तरह कई सीटों पर मुस्लिम कैंडिडेट के बीच सीधा टकराव है. हालांकि 2017 के चुनाव में बसपा को इस चरण में एक भी सीट नहीं मिली थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने इस क्षेत्र की चार सीटें जीती थीं और इससे साफ है कि वह पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई है. वहीं, सपा को पिछले लोकसभा चुनाव में तीन सीट मिली थीं. सपा और बसपा ने गठबंधन में हुंकार भरी थी.
कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में हुई बंद
यूपी चुनाव के दूसरे चरण में योगी कैबिनेट के मंत्री सुरेश खन्ना, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी, जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख और नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता के साथ पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी की किस्मत ईवीएम में बदं हो गयी है. इसके अलावा सपा से आजम खान, अब्दुल्ला आजम, पूर्व मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी, पूर्व मंत्री महबूब अली समेत कई दिग्गज इस चरण में मैदान में थे.
पहले चरण में हुआ था 61.08 फीसदी मतदान
पहले चरण के मतदान में 11 जिले के 58 विधानसभा क्षेत्रों में 61.08 फीसदी मतदान हुआ था, जो कि पिछली बार (63.5) की तुलना में कम था. इस चरण में 623 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 73 महिला प्रत्याशी शामिल थीं. लगभग 2.27 करोड़ लोगों ने राज्य के पश्चिमी बेल्ट के 11 जिलों में फैले कुल 58 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया था. चुनाव आयोग के मुताबिक, शामली में 69.42 फीसदी, मुजफ्फरनगर में 65.34 , मेरठ में 60.91, बागपत में 61.35, बुलंदशहर में 60.52, अलीगढ़ में 60.49, गाजियाबाद में 54.77 और हापुड़ में 60.50 फीसदी वोट पड़े थे. माना ये जाता है कि अगर चुनाव में कम मतदान होता है, तो सत्ता पक्ष को फायदा होता है.