UP Chunav: सपा की यहां पकड़ मजबूत, जानें बीजेपी की क्या है हाल
2017 में इस सीट पर कमल नहीं खिल सका
मटेरा. प्रदेश के बहराइच के अंतर्गत यह सीट आती है. यह सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इस सीट पर अब तक दो बार 2012 और 2017 में चुनाव हुए हैं. दोनों ही चुनावों में यहां के लोगों ने समाजवादी पार्टी पर ही भरोसा जताया. 2017 में यूं तो अधिकांश सीटों पर मोदी लहर का फर्क पड़ा लेकिन इस सीट पर कमल नहीं खिल सका.
खास बात यह है कि बहराइच की सात सीटों में से पिछली बार छह सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी लेकिन सिर्फ यह सीट ऐसी थी जहां पर भाजपा कुर्सी पर विराजमान नहीं हो सकी. मटेरा सीट पर समाजवादी पार्टी ने मोदी लहर को नकार दिया था. 2012 में यहां से सपा के यासर शाह ने जीत हासिल की थी. 2017 में भी भगवा लहर के दौरान यासर ने ही यहां पर कमल नहीं खिलने दिया था. यासर ने यहां से दूसरी बार जीत दर्ज की थी. 2017 में यहां से जीतने के बाद से इस सीट पर सपा की पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है. ऐसे में यहां पर अपनी जगह बनाने के लिए दूसरी पार्टियों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी.
मतदान प्रतिशत पर सपा पहले नंबर पर
मतदान प्रतिशत पर बात की जाए तो सपा के यासर शाह को 2012 के चुनावों में 26.18 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे. कांग्रेस के अली अकबर जो दूसरे नम्बर पर रहे थे उन्हें 24.33 प्रतिशत मत मिले थे. 2017 में यासर को 79188 मत मिले थे. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरुण वीर सिंह को 77593 मत ही मिले थे.
पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या काफी
यहां के मतदाताओं पर गौर किया जाए तो यहां पर पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या काफी है. इसके बाद यहां मुस्लिम मतदाता संख्या भी अच्छी है. इस जातीय समीकरण का फायदा समाजवादी पार्टी को मिलता है. यहां पर लोग सपा को भरोसे की पार्टी मानते हैं. ऐसे में भाजपा के लिए यहां पर सीट को हासिल करना आसान नहीं है. यहां के जातिगत समीकरणों को देखते हुए सभी पार्टियों को काम करना होगा.मतदाता संख्या की बात करें तो मटेरा में कुल मतदाता 266769 है. इनमें से महिला मतदाताओं की संख्या को देखें तो वह 120821 है. वहीं, पुरुष मतदाताओं की संख्या 145932 है.