UP चंदौसी में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान, योगी सरकार ने दिल पर चलाया बुलडोजर

UP के चंदौसी शहर में योगी सरकार ने अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया है, जो शहर के इतिहास में पहली बार इतना व्यापक रूप से चलाया जा रहा है।

UP के चंदौसी शहर में योगी सरकार ने अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया है, जो शहर के इतिहास में पहली बार इतना व्यापक रूप से चलाया जा रहा है। शुक्रवार को फव्वारा चौक स्टेशन रोड पर बुलडोजर चलाए गए, जहां दर्जनों दुकानों और प्रतिष्ठानों को तोड़ा गया। यह कार्रवाई अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन की तरफ से की गई थी, और इसके तहत 50-60 साल पुरानी दुकानों को भी निशाना बनाया गया। इस अभियान ने शहर में हलचल मचा दी है, क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।

चंदौसी में अतिक्रमण हटाने का ऐतिहासिक कदम

UP चंदौसी में अतिक्रमण हटाने के लिए योगी सरकार ने जो कदम उठाया है, वह शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर में व्यवस्थित और योजनाबद्ध विकास को सुनिश्चित करना है। हालांकि, यह कार्रवाई उन लोगों के लिए बहुत चौंकाने वाली थी, जिन्होंने दशकों से इन दुकानों और प्रतिष्ठानों को अपने व्यापार के लिए इस्तेमाल किया था।

शुक्रवार सुबह से ही अधिकारियों के नेतृत्व में यह कार्रवाई शुरू हो गई थी, जिसमें नगर निगम और पुलिस प्रशासन की टीमों ने फव्वारा चौक और स्टेशन रोड इलाके में पहुंचकर अतिक्रमण किए गए इलाकों को चिन्हित किया और फिर बुलडोजर के जरिए उन्हें ढहा दिया। इस अभियान के तहत पुराने दुकानदारों और व्यापारियों के प्रतिष्ठान भी चपेट में आ गए, जिनकी दुकानों की उम्र 50-60 साल तक थी।

गिड़गिड़ाते रहे लोग, प्रशासन पर नहीं पड़ा असर

UP अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कई दुकानदारों ने अधिकारियों से गुहार लगाई और रोते-गिड़गिड़ाते हुए अपने व्यापार को बचाने की कोशिश की। लेकिन प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अधिकारियों का कहना था कि यह कार्रवाई शहर की खूबसूरती और व्यवस्थित विकास के लिए जरूरी थी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन दुकानदारों ने अपने व्यवसाय के लिए सरकारी भूमि या फुटपाथ पर कब्जा किया था, उन्हें वैधानिक रूप से हटाया जा रहा है।

स्थानीय लोग और व्यापारिक वर्ग इस कार्रवाई से नाराज थे, क्योंकि यह उनके लिए जीवन यापन का मुख्य स्रोत था। फिर भी, अधिकारियों ने उनकी किसी बात को अनसुना कर दिया और अभियान को आगे बढ़ाया।

योगी सरकार की कड़ी नीति और प्रशासन का दबाव

UP योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अतिक्रमण हटाने के लिए कड़ी नीति अपनाई है, और यह अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार का उद्देश्य है कि सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि शहरों का विकास योजनाबद्ध तरीके से हो सके। इस अभियान के दौरान प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि अतिक्रमण करने वालों से कानून के अनुसार निपटा जाए, चाहे वे कितने भी पुराने व्यापारिक प्रतिष्ठान क्यों न चलाते रहे हों।

अतिक्रमण के खिलाफ इस अभियान का प्रभाव

यह अभियान चंदौसी के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है, क्योंकि इसे पहली बार इतने बड़े स्तर पर चलाया गया है। इससे न केवल शहर की सड़कों और फुटपाथों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई, बल्कि यह अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करता है।

अब यह देखना होगा कि अतिक्रमण हटाने के बाद चंदौसी शहर में व्यापार और यातायात की स्थिति कैसे बदलती है और इस कार्रवाई के बाद उन दुकानदारों के लिए क्या विकल्प दिए जाते हैं, जो अपना व्यवसाय फिर से शुरू करना चाहते हैं। इसके अलावा, यह कदम चंदौसी के विकास को नई दिशा देने में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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UP चंदौसी में अतिक्रमण हटाने के लिए चलाया गया यह बड़ा अभियान योगी सरकार की कड़ी नीतियों को उजागर करता है। हालांकि, यह कार्रवाई कुछ लोगों के लिए कठिनाई का कारण बनी, लेकिन प्रशासन के अनुसार यह शहर के विकास के लिए जरूरी था। अब सवाल यह है कि क्या इस कदम से चंदौसी में असंगठित अतिक्रमण की समस्या पूरी तरह से खत्म हो सकेगी, और क्या इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा।

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