जल जीवन मिशन के तहत सरकार का लक्ष्य है हर घर तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाना: कोविंद
नई दिल्ली, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत सरकार हर घर तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है।
कोविंद ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के पहले दिन केन्द्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ‘हर घर जल’ पहुंचाने के साथ ही जल संरक्षण पर भी तेज गति से काम कर रही है। इस अभियान के तहत अब तक तीन करोड़ परिवारों को पाइप लाइन के जरिए पानी की आपूर्ति से जोड़ा जा चुका है।
उन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर की राष्ट्रीय जल नीति की परिकल्पना का जिक्र करते हुए कहा, “श्री अंबेडकर ने आठ नवंबर, 1945 को कटक में एक सम्मेलन के दौरान कहा था कि जल ही संपत्ति है। इसी सोच के साथ सरकार की ओर से अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के भाई-बहनों और वंचित वर्गों के अन्य लोगों को प्राथमिकता के आधार पर पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। ”
ये भी पढ़ें-राष्ट्रपति का अभिभाषण किसानों के लिए निराशाजनक: मायावती
राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी के आत्मनिर्भर ‘आदर्श गांवों’ के निर्माण की इच्छा का जिक्र करते हुए कहा, “ गांव के लोगों का जीवन स्तर सुधरे, यह सरकार की प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से 2014 से अब तक गरीब ग्रामीण परिवारों के लिए दो करोड़ घर बनाए जा चुके हैं। साल 2022 तक हर गरीब को पक्की छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की गति भी तेज की गई है।”
उन्होने कहा, “ स्वामित्व योजना के जरिए ग्रामीणों को उनकी संपत्ति पर कानूनी हक मिल रहा है। स्वामित्व के इस अधिकार से अब गांवों में भी संपत्तियों पर बैंक ऋण, आवास ऋण लेना आसान बनेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी। इस योजना का विशेष लाभ गांवों के छोटे उद्यमियों, कुटीर उद्योग से जुड़े लोगों और छोटे किसानों को होगा।”
कोविंद ने कहा कि गांवों को 21वीं सदी की जरूरतों और आधारभूत सुविधाओं से जोड़ने के लिए सरकार ग्रामीण सड़क नेटवर्क के विस्तार में भी सराहनीय काम कर रही है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत देश के ग्रामीण क्षेत्रों में छह लाख 42 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा कर लिया गया है। इस योजना के तीसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में बसावटों के साथ-साथ स्कूलों, बाज़ारों और अस्पतालों आदि से जोड़ने वाले एक लाख 25 हजार किलोमीटर रास्तों को भी बेहतर किया जाएगा।” उन्होने कहा कि गांवों में सड़कों के साथ ही इंटरनेट संपर्क भी अहम है लिहाज़ा हर गांव तक बिजली पहुंचाने के बाद सरकार देश के छह लाख से ज्यादा गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने के लिए अभियान चला रही है।