समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री पहुंचे सुपौल, सुनी लोगों की समस्याएं
पटना, 01 फरवरी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में सुपौल जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया। पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुसहा त्रासदी के समय वर्ष 2008 में इस इलाके में काफी नुकसान हुआ था। इसको लेकर सरकार के द्वारा पुनर्वास कराया गया है। इसी को देखने के लिए हमलोग यहां आये हैं।
नीतीश ने पंचायत सरकार भवन, मल्हनी में जल-जीवन-हरियाली योजनान्तर्गत निर्मित तालाब को पृथ्वी जीविका ग्राम संगठन से जुड़ी जीविका दीदियों को हस्तांतरित किया। उन्होंने तालाब में मछली भी छोड़ा। मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय स्थित सहकार भवन के शिलापट्ट का अनावरण कर निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। अनुमंडल कार्यालय निर्मली स्थित नवनिर्मित 100 आसन वाले राजकीय अंबेडकर कल्याण छात्रावास के शिलापट्ट का अनावरण एवं फीता काटकर उद्घाटन किया।
सीएम ने पंचायत सरकार भवन परिसर में पौधारोपण भी किया। साथ ही इसके समीप अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या – 136 के शिलापट्ट का अनावरण कर जीर्णोद्धार कार्य का उद्घाटन किया। उन्होंने मल्हनी प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति लिमिटेड का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत नवनिर्मित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई, मल्हनी के शिलापट्ट का अनावरण एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने स्थल का निरीक्षण भी किया।
भ्रमण के क्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं एवं संबंधित अधिकारियों को उनके यथाशीघ्र समाधान के लिए निर्देश दिया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने जगह-जगह मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इससे पहले सीएम ने सुपौल जिलान्तर्गत सदर प्रखंड के मल्हनी पुनर्वास टोले का भ्रमण कर हर घर नल का जल एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना आदि का जायजा लिया । मुख्यमंत्री ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय, जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय, जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत के क्रम में कहा कि मखाने से तरह-तरह के फ्लेवर युक्त विभिन्न तरह के उत्पाद आपलोग बना रहे हैं। इसकी पैकेजिंग भी कर रहे हैं। लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं। यह जानकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। हमारी इच्छा रही है कि देश की हर थाली में बिहार का एक व्यंजन हो ।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति-अतिपिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं को मिलने वाली मदद से संबंधित वित्त प्रदत्त इकाइयों की प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 59 लाभुकों को मुख्यमंत्री ने सांकेतिक चेक प्रदान किया। मल्हनी पुनर्वास टोला में मुख्यमंत्री अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना के अंतर्गत वित्त प्रदत्त इकाई सोफी आटा, सत्तू एवं बेसन उद्योग का मुख्यमंत्री ने फीता काटकर उद्घाटन किया।