संयुक्त राष्ट्र में यूं पाकिस्तान को फिर पड़ा तमाचा
कश्मीर मुद्दे(Kashmir Issue) को बार बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनाने के बावजूद पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी है। बीते दिन UNHRC में मुद्दे को उठाने के बाद पाकिस्तान को भारत(India) द्वारा मुँह की खानी पड़ी थी। अब एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान को मुद्दे को ज़्यादा बढ़ाने की जगह बातचीत कर हल निकालने की हिदायत दी है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की ओर से भी पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी है।
संयुक्त राष्ट्र(UN) में पाकिस्तान(Pakistan) की प्रतिनिधि मलीहा लोधी(Maleeha Lodhi) की तरफ से एंटोनियो गुटेरेस(António Guterres) के सामने इस मसले को उठाए जाने के बाद एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टेफिन दुजारेक(Stéphane Dujarric) की ओर से बयान आया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान को किसी भी तरह के आक्रामक रवैये से बचना चाहिए और दोनों देशों को आपस में बातकर मुद्दे को सुलझाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस मसले पर मध्यस्थता करने से इनकार कर दिया है और कहा है कि अगर दोनों पक्षों की तरफ से ऐसी अपील की जाएगी तो इसपर फैसला होगा।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का ये बयान तब आया है जब पाकिस्तान की ओर से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में जम्मू-कश्मीर का मसला उठाया गया। हालांकि, वहां भी भारत ने पाकिस्तान को दो टूक जवाब दिया और बताया कि अनुच्छेद 370(Article370) भारत का आंतरिक मसला है। गौरतलब है कि इसी महीने भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करना है। नरेंद्र मोदी और इमरान खान के संबोधन की टाइमिंग भी आसपास ही है। महासभा से पहले ही कश्मीर मसले का संयुक्त राष्ट्र में पहुंचने के बाद अब सब की नज़र पीएम मोदी और इमरान खान के संबोधन पर है। आपको बता दें कि मंगलवार को UNHRC की बैठक में पाकिस्तान और भारत ने डोजियर पेश किया था जिसमे कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों के पक्ष रखे गए थे।