ब्रिटेन की अदालत ने नीरव मोदी को दी राहत, कर सकेंगे अपील

लंदन. ब्रिटेन की एक अदालत (UK Court) ने नीरव मोदी (Nirav Modi) को बड़ी राहत देते हुए भारत प्रत्‍यर्पण के खिलाफ अपील करने की इजाजत दे दी है. कोर्ट ने ये फैसला नीरव मोदी के मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य (Mental health) के आधार पर दिया है. ब्रिटेन की अदालत के इस फैसले के बाद नीरव मोदी को भारत लाने की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है.

पिछले महीने ही नीरव मोदी के वकील ने उनके प्रत्‍यर्पण के खिलाफ कोर्ट में अपील दायर की थी और कहा था कि अगर नीरव को भारत प्रत्‍यर्पण किया गया तो उनके मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर गंभीर असर पड़ सकता है. इसके साथ ही उनमें सुसाइडल टेंडेंसी डेवलप हो सकती है. हालांकि भारत की ओर से अपना पक्ष रखते हुए इंग्लैंड की क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस ने नीवर मोदी के वकील की ओर से दिए गए सभी तर्क को निराधार बताया और कोर्ट से अपली को खारिज करने की मांग की.

मोदी के वकील ने उसकी मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए बताया था कि जब वो 8 साल का था तब उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद से उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं रही है और उसे लगातार मनोचिकित्सिक से परामर्श लेना होता है, क्योंकि अक्सर उसके अंदर आत्महत्या की भावना उग्र हो जाती है. प्रत्यर्पण के चलते वो अवसाद में जा सकता है और उसके आत्महत्या करने का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए उसका प्रत्यर्पण रोका जाना चाहिए.

भारतीय अधिकारियों की ओर से क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस की बैरिस्टर हेलेन मेल्कोम ने तर्क दिया कि नीरव के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विशेषज्ञों के साक्ष्य विवादित नहीं है और भारत सरकार मुंबई में उसकी उचित चिकित्सकीय देखरेख को सुनिश्चित करेगा और उच्चस्तरीय राजनयिक आश्वासन का कभी भी उल्लघंन नहीं किया गया है. वांछित हीरा व्यापारी के भारत प्रत्यर्पण को यूके की गृह सचिव प्रीति पटेल ने पहले ही पंजाब नेशनल बैंक घोटाले मामले में मंजूरी दे दी थी.

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