उज्जैन : वरिष्ठ नागरिकों के हितों के लिए सरकार ला रही संशोधन बिलः केंद्रीय मंत्री गेहलोत
उज्जैन/नागदा। वरिष्ठ नागरिकों को देवता के तुल्य माना जाता है। सरकार इनके हितों और भरण-पोषण के लिए वरिष्ठ नागरिक कल्याण संशोधन बिल ला रही है। यह बात केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने गुरुवार को वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान समारोह को ऑन लाईन मोबाइल से संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम का आयोजन रांगोली गार्डन में वरिष्ठ नागरिक कल्याण पेंशनर कल्याण महासंघ नागदा के बैनरतले हुआ।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री गेहलोत ने कहा कि संशोधित भरण-पोषण बिल के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को नए अधिकार मिलेंगे। इस बिल के माध्यम से वरिष्ठ जनों के भरण-पोषण के दायरे का विस्तार होगा। इस बिल के माध्यम से वरिष्ठों के भरण-पोषण में और भी रिश्तेदारों को शामिल किया जा रहा है।
उन्होंने वरिष्ठों को अपने हितों के लिए प्रयास करने का आव्हान किया। समारोह के सूत्रधार मप्र शासन असंगठित कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत ने पेंशन योजना 1995 के बारे में खुलासा किया कि केंद्र सरकार के समक्ष पेंशन योजना रिवाइज के लिए विचाराधीन है। आगामी फरवरी तक निर्णय होने की संभावना जताई।
उन्होंने कहा पेंशन योजना के बनाते समय प्रत्येक पांच वर्ष में समीक्षा कर इसको रिवाइस करने की नीति बनी थी। लेकिन इस नीति पर अमल नहीं हो सका। इस मौके पर संस्था स्नेह के संस्थापक पंकज मारू ने वरिष्ठजनों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं एवं इनके लिए बनी कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को अतिथि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आशुतोष गोस्वामी, सीएसपी मनोज रत्नाकर ने भी संबोधित किया। अतिथियों समेत तहसीलदार अशोक कुमार गुहा, थाना प्रभारी श्याम सुंदर शर्मा मुख्य नपा अधिकारी मो. अशफाक खान को स्मृति चिन्ह से नवाजा गया।