उद्धव ठाकरे सरकार को मिला बहुमत, आदित्य ठाकरे ने बदला नाम!
महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की अग्निपरीक्षा में खरे उतरने के बाद विधानसभा में ठाकरे सरकार के जयकारे लगने लगे। वहीँ बहुमत परिक्षण के बाद सदन के दरवाज़े खोल दिए गए। सदन की कार्यवाही के दौरान ठाकरे परिवार के दो सदस्य पहली बार एक साथ विधानसभा में मौजूद रहे। बता दें कि उद्धव सरकार के पक्ष में हो रहे बहुमत परीक्षण के दौरान आदित्य ठाकरे ने अपना पूरा नाम आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे लिया।
सदन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे सदन में काम करने का अनुभव नहीं है। मैं मैदान में लड़ने वाला आदमी हूं। फडणवीस और बीजेपी के विरोध प्रदर्शन को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि वैचारिक मतभेद रखने का अलग तरीका होता है। सदन में वैचारिक मतभेदों को गलत तरीके से रखा गया। यह महाराष्ट्र की परंपरा नहीं है। मुझे गर्व है कि मैंने अपने आदर्शों का नाम लेकर शपथ ली। वहीँ छगन भुजबल ने कहा कि फडणवीस को विपक्ष का नेता बनने में प्रतिस्पर्धा नजर आ रही है। वे अभी तक यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि विपक्ष का नेता फडणवीस होंगे या चंद्रकांत पाटिल।
फडणवीस को क्या दिक्कत है : पाटिल
इसके अलावा बीजेपी के वाकआउट पर टिप्पणी करते हुए एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि फडणवीस को क्या दिक्कत है। शपथ में अगर बड़े नेताओं और हमारे भगवान का नाम लिया तो क्या गलत किया। अगर सम्मान दिया तो क्या गलत किया। फडणवीस को क्या दिक्कत है। दरअसल विधानसभा में विपक्ष के तौर पर मौजूद बीजेपी ने स्पीकर के चुनाव से पहले फ्लोर टेस्ट के खिलाफ विरोध जताया और हंगामा करने की कोशिश की।
गौरतलब है कि ठाकरे सरकार को फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए देशभर के नेताओं से बधाइयाँ मिल रही हैं। समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आजमी ने उद्धव सरकार को बधाई देते हुए कहा कि यह महाराष्ट्र है जहां यूपी और बिहार के लोग काम करने आते हैं। इस बात पर सदन में मौजूद सभी लोग हंस पड़े। उद्धव ठाकरे भी मुस्कुराते हुए नजर आए।