अफगान अवाम को राहत
UAE से दवाएं और भोजन सामग्री लेकर कार्गो एयरक्राफ्ट काबुल पहुंचा, मानवीय मदद भेजने वाला पहला देश बना संयुक्त अरब अमीरात
तालिबान नई हुकूमत बनाने की तैयारी कर रहे हैं और आम जनता परेशान है। दवाइयों और खाने के सामान की किल्लत बढ़ती जा रही है। अब संयुक्त अरब अमीरात ( UAE) ने एक इमरजेंसी कार्गो फ्लाइट काबुल भेजी है। इसमें जरूरी दवाइयां और भोजन सामग्री है। UAE पहला देश है जिसने इस मुश्किल दौर में अफगानिस्तान के लोगों को इस तरह की सहायता भेजी है।
1996 से 2001 के बीच अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता पर काबिज रहे थे। उस दौर में सिर्फ तीन मुल्कों ने तालिबान हुकूमत को मान्यता दी थी। इनमें UAE के अलावा पाकिस्तान और सऊदी अरब शामिल थे। UAE और सऊदी अरब अमेरिका के भी काफी करीबी देश हैं।
सरकार ने की पुष्टि
सोशल मीडिया पर सहायता सामग्री भेजे जाने की पुष्टि होने के बाद UAE सरकार ने भी माना कि एक सहायता कार्यक्रम के तहत अफगानिस्तान को मदद भेजी गई है। तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जा किए हुए करीब तीन हफ्ते हो चुके हैं। वहां तालिबान नई सरकार के गठन की तैयारी में जुटे हैं।
UAE ने कहा- अफगानिस्तान के लोग हमारे भाईयों की तरह हैं। हम मानवीय आधार पर उन्हें सहायता भेज रहे हैं। इस तरह की सहायता आगे भी जारी रहेगी। वर्तमान में वहां जो परिस्थितियां हैं, उनके हिसाब से मदद भेजे जाने की बहुत जरूरत महसूस हो रही है। इस बयान के कुछ देर बाद न्यूज एजेंसी से बातचीत में UAE के विदेश मंत्रालय ने भी मदद भेजे जाने की पुष्टि की। कहा- अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रम के बाद हमने पहली बार मदद भेजी है।
UAE ने लोगों को निकालने में भी मदद की
हाल में जब बाकी देश अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए फ्लाइट्स ऑपरेट कर रहे थे, तब UAE ने अपने यहां हजारों लोगों को ठहरने और बाद में फ्लाइट पकड़ने की मंजूरी दी थी। अमेरिका और बाकी देशों के कई नागरिक अबुधाबी और दुबई के रास्ते अपने देश गए।
तालिबान की पॉलिटिकल विंग का हेड क्वॉर्टर कतर की राजधानी दोहा में है। अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए UAE ने भी कतर से इस मामले में करीबी संबंध रखे हैं। हाल ही में कतर और UAE के विदेश मंत्रियों की दोहा में अहम बैठक भी हुई थी। काबुल एयरपोर्ट को सिविलियन फ्लाइट्स शुरू करने के मामले में भी कतर और UAE साथ काम कर रहे हैं। कतर के अलावा कुवैत और बहरीन भी इस मामले में शामिल हैं।