चित्रकूट जेल कांड में दो एफआईआर, पिस्टल कैसे पहुंची? जांच जारी
उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में गैंगवार और एनकाउंटर मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई है. पहली एफआईआर जेल अधीक्षक ने गैंगवार आरोपियों के खिलाफ कराई है, वहीं दूसरी कर्वी कोतवाल ने एनकाउंटर की कराई है. एसपी ने बताया कि शुक्रवार देर रात मेराज अली का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को डेड बॉडी सौप दी गई है. जेल में पिस्टल कैसे पहुंची, इसकी जांच अधिकारी अभी कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जिला जेल में गैंगवार के बाद उत्तर प्रदेश शासन तक हड़कंप मचा हुआ है. मामले में सीएम योगी के निर्देश के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है. जेलर और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. वहीं कारागार विभाग में बड़े स्तर पर तबादले कर दिए गए हैं. इसी क्रम में संजीव त्रिपाठी को डीआईजी जेल, प्रयागराज और अयोध्या रेंज का प्रभार दिया गया है. वहीं शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को डीआईजी, कारागार मुख्यालय और डीआईजी लखनऊ परिक्षेत्र का प्रभार दिया गया है. इनके अलावा अशोक कुमार सागर को चित्रकूट का जेल सुपरिटेंडेंट बनाया गया है, जबकि सीपी त्रिपाठी को चित्रकूट का जेलर बनाया गया.