बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल का गोरखपुर में दिखा असर, सड़क पर उतरे बैंककर्मी
निजीकरण के विरोध में बैंकों का चल रहा हड़ताल
गोरखपुरः निजीकरण के विरोध में बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल का गोरखपुर में भी असर दिखाई दिया. यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स की दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सभी राष्ट्रीयकृत बैकों के कर्मचारी काम ठप कर सड़क पर आ गए. बैंकों के निजीकरण के विरोध में सड़क पर उतरे बैंककर्मियों ने शहर के मुख्य मार्गों से मार्च भी निकाला. जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं, कर्मचारी काम पर लौटने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में दो दिन की हड़ताल में ही गोरखपुर में करोड़ों के लेन-देन के प्रभावित होने की आशंका है.
गोरखपुर के बैंकरोड स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा पर जुटे विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने निजीकरण का विरोध जताया. इस दौरान हाथों में तख्तियां लिए कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारे भी लगाए. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले कर्मचारियों ने शहर के बैंकरोड, विजय चौक, सिनेमा रोड, गणेश चौक, गोलघर, कचहरी चौराहा, टाउनहाल होते हुए बैंक पर आकर जुलूस को सम्पन्न किया. इस अवसर पर नेतृत्व कर रहे एसपी त्रिपाठी एजीएस लखनऊ सर्किल कारपोरेट सेंटर ने कहा कि निजीकरण के विरोध में आंदोलन जारी है.
एसपी त्रिपाठी ने कहा कि कई सप्ताह से वार्ता चल रही थी. वार्ता विफल होने की वजह से वे लोग सड़क पर आए हैं. उनका कहना है कि वे लोग सभा का आयोजन करेंगे. दो दिवसीय हड़ताल के दौरान वे लोग विरोध जताएंगे. सड़क पर जुलूस भी निकालेंगे. सरकारी बैंक प्राइवेट लोगों के हाथ में चला जाएगा, तो जनता और ग्राहकों का हित सुरक्षित नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि उनके नेताओं ने तय किया है कि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे लोग लंबी हड़ताल पर जाएंगे.
गोरखपुर बैंकरोड स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा पर जुटे बैंक कर्मचारियों में काफी आक्रोश देखा जा सकता है. यहां पर अधिकारी और कर्मचारियों की एकजुटता दिखाई दे रही है. बैंक पर तालाबंदी का असर भी दिखाई दे रहा है. बैंक में काम ठप होने की वजह से काम से आने वाले लोगों को भी निराश होकर जाना पड़ा है. बैंक के अधिकारी और कर्मचारी कहते हैं कि आम जनता का भी उन्हें समर्थन मिल रहा है. क्योंकि निजीकरण का विरोध आमजनता के हित में भी है. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को माना नहीं जाता है, वे लोग हड़ताल जारी रखेंगे.