दो प्रत्याशियों का हो गया आमना-सामना, संविधान पर जमकर हुई बहसबाजी
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार और बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी का आमना-सामना हो गया। जहां बीएसपी उम्मीदवार ने कांग्रेस प्रत्याशी से एक के बाद एक कई सवाल पूछ डालें।
मनीष तिवारी और रितु सिंह का हुआ आमना-सामना
लोकसभा चुनाव के लिए 6 चरणों में मतदान हो चुका है। अब सांतवे चरण के लिए 1 जून को मतदान होना है। अब राजनीतिक दल अपनी प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वही चंडीगढ़ से एक मामला सामने आया है यहां पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी एक प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए पहुंचे हुए थे। तभी उनका सामना बीएसपी प्रत्याशी रितु सिंह से हो गया। फिर दोनों के बीच डिबेट शुरू हो गई। यहां रितु सिंह ने मनीष तिवारी से पूछा कि सर आरक्षण को जाति के आधार पर नहीं बल्कि आर्थिक आधार पर मानते हैं। जिस पर मनीष तिवारी ने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए जो आरक्षण दिया गया है। वह संविधान में सुनिश्चित है। जो ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण है।
रितु सिंह ने गठबंधन को बताया ठगबंधन
आरक्षण के मामले में मनीष तिवारी और रितु सिंह के बीच हुई बहसबाजी में उन्होंने कहा कि मैं बता देना चाहता हूं कि हम लोग आरक्षण के खिलाफ कभी भी नहीं रहे हैं। हम लोगों ने संविधान को मानने का काम किया है। दोनों के बीच काफी देर तक बहसबाजी होती हुई दिखाई दी। फिर बाद में मनीष तिवारी के जाने के बाद रितु सिंह ने कहा कि अगर आप दिल्ली से रेड लाइट को पार करते हैं तो आप-कांग्रेस एक दूसरे की बुराई करते हैं और अपनी-अपनी सरकार की खूबियों के बारे में बताते हैं। वहीं अगर दिल्ली पहुंच जाए तो दोनों एक दूसरे के दोस्त बन जाते हैं। इस गठबंधन नहीं इसे ठगबंधन का सकते हैं।